Ramesh Bidhuri Reaction: दानिश अली मुझे फोन करते तो मामला वहीं निपट जाता, रमेश बिधूड़ी बोले- 'बयान परिस्थितियों पर निर्भर करता है'
Ramesh Bidhuri Interview: रमेश बिधूड़ी ने कहा कि बयान क्या दिया जाए, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है. जनप्रतिनिधि का जनता के प्रति दायित्व बनता है. मेरा भी जनता के प्रति दायित्व है.
![Ramesh Bidhuri Reaction: दानिश अली मुझे फोन करते तो मामला वहीं निपट जाता, रमेश बिधूड़ी बोले- 'बयान परिस्थितियों पर निर्भर करता है' If Danish Ali called me matter settled there Ramesh Bidhuri said Statement depends on circumstances Ramesh Bidhuri Reaction: दानिश अली मुझे फोन करते तो मामला वहीं निपट जाता, रमेश बिधूड़ी बोले- 'बयान परिस्थितियों पर निर्भर करता है'](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/01/ef7b036e5e3f748f55886da531dcc0531696138313403645_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Delhi News: संसद के विशेष सत्र के दौरान लोकसभा में अपशब्द बोलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) का पहला टीवी इंटरव्यू सामने आ गया है. उन्होंने एक न्यूज चैनल पर साक्षात्कार के दौरान अपने विवादित बयान को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में दानिश अली (Danish Ali), असदुद्दीन औवैसी और कांग्रेस सहित अधिकांश विपक्षी दलों के नेताओं पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि बयान क्या दिया जाए यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है. ऐसा इसलिए हर जनप्रतिनिधि का जनता के प्रति दायित्व बनता है. मैं, भी जन प्रतिनिधि हूं. मेरा भी जनता के प्रति दायित्व है. जनता सबका मूल्यांकन कर रही है. सदन कि किसी खास सदस्य के प्रति लगातार कमेंट करते रहना और पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा स्पीकर पर टिप्पणी करना अच्छी बत नहीं है.
बीजेपी सांसद ने कहा कि दानिश अली बसपा को छोड़ किसी दूसरे सियासी दल का हाथ थामना चाहते हैं. अगर अभी वो कांग्रेस में जांएगे तो उनकी सांसदी चली जाएगी. अगर उन्हें मेरी बात बुरी लगी, तो वो मुझे फोन करते, मामला तुरंत समाप्त हो जाता. उन्होंने ऐसा नहीं किया. इसके बदले उन्होंने केजरीवाल जैसी रणनीति अपनाई. दानिश ने अपशब्द के मसले पर राजनीति की. उन्होंने मेरे मुद्दे पर राजनीति की. दरअसल, दानिश अली ओवैसी की जगह लेना चाहते हैं. ओवैसी जैसे लोग मुस्लिम तुष्टीकरण कर रहे हैं. ओवैसी को खुद मॉब लिंचिंग का डर है.
PM के साथ देश का अपमान
मुझे तो लगता है कि विपक्षी दलों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी को गाली देने का कंपीटिशन चल रहा है. दानिश न सिर्फ पीएम बल्कि देश का भी अपमान किया. लोकसभा में जब मैं बोल रहा था तो वो लगातार कमेंट्री कर रहे थे. कुछ लोग वोट के लिए मुझ पर हमला कर रहे हैं. रमेश बिधूड़ी ने कहा कि दानिश अली ने प्रधानमंत्री पर गलत टिप्पणी की. क्या किसी ने इसकी चर्चा की. दानिश अली के बयान को लेकर कई बार शिकायत हुई है. जब जांच होगी तो सब सामने आ जाएगा.
सवाल उठाने वाले अपने गिरेबां में झाकें
संसद में मेरे आचरण पर सवाल उठाने वाले पहले अपने गिरेबां झांककर देख लें. चाहे वो दानिश अली हों, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी हों, कांग्रेस नेता राहुल गांधी हों या अन्य विपक्षी दलों के नेता. लगता है सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने का ठेका ले रखा है. ओवैसी दो समुदायों में नफरत फैलाने के लिए क्या-क्या बयान नहीं देते, क्या कभी कोई कुछ बोलता है. उन्होंने साक्षात्कार के दौरान पूछा कि क्या विपक्षी दलों ने पीएम मोदी को गाली देने का ठेका ले रखा है? बसपा सांसद दानिश अली ने पीएम का अपमान किया, इसलिए राहुल गांधी दानिश अली के पास गए, उनसे बातचीत की. राहुल गांधी उनके पास इसलिए गए कि वो देश में नफरत बढ़ाना चाहते हैं. वह नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. वह कभी इस देश के नहीं हो सकते. सच यह है कि दानिश ने विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश की.
दानिश का साथ उनके समुदाय के लोगों ने भी नहीं दिया
दक्षिण दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि राहुल गांधी ने सनातन विरोध पर कभी कुछ नहीं बोलते. मैं सनातन संस्कृति को आगे बढ़ा रहा हूं. उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि वो देश को धमकी देती हैं. क्या किसी और देश में जाकर वो ऐसा कर सकती है? वो कहती थी कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं मिलेगा. आज कश्मीर में तिरंगा उठाने वालों की लाइन लगी है. उमर और महबूबा जैसे लोगों ने देश को 60 साल तक लूटा है. मेरा तो यही कहना है कि ये तो नेहरू जी का नहीं, मोदी का भारत है. दिल्ली से बीजेपी सांसद ने कहा कि दानिश कली का मुस्लिम समुदाय ने भी साथ नहीं दिया. मुस्लिम समुदाय कांग्रेस के आचरण से भी खफा हैं.
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