Surajkud Mela Delhi NCR: दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में लगने वाला विश्व प्रसिद्ध सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेला (Surajkund fair ) इस बार 03 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. सूरजकुंड मेला 19 फरवरी तक चलेगा.यह मेला अनोखे हैंडीक्राफ्ट के सामानों सहित भारत के विभिन्न राज्यों की कलाकारी और सांस्कृतिक धरोहर सहित खान-पान और परंपरागत परिधानों के लिए दुनिया भर में मशहूर है.इस बार मेले का थीम भारत के नॉर्थ ईस्ट राज्यों पर केंद्रित है.
इस बार सूरजकुंड मेले में नॉर्थ ईस्ट के सभी 8 राज्य हिस्सा लेंगे.इसके अलावा, इस मेले में 45 देशों के विभिन्न कलाकार भी भाग लेंगे.19 फरवरी तक चलने वाले इस अंतरराष्ट्रीय मेले में हर दिन अलग-अलग होने वाले कार्यक्रम इसका विशेष आकर्षण होता है. इनमें फैशन शो, क्लासिकल डांस, फोक सिंगिंग, बॉलीवड सिंगिंग, स्टार परफॉर्मेन्स सहित कई अन्य खास प्रस्तुतियां शामिल हैं.
इस बार नॉर्थ ईस्ट केंद्रित है मेले की थीम
सूरजकुंड मेले में पूर्वोत्तर के 8 राज्य हिस्सा ले रहे हैं.इन सभी राज्यों के कलाकार इस मेले में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे.इसमें नॉर्थ ईस्ट राज्यों के 8 राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी शामिल होने वाले हैं.बात करें मेले के थीम की, तो हर साल इस मेले की थीम अलग होती है. इस बार पूर्वोत्तर के आठ राज्यों असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा को थीम स्टेट बनाया गया है.यहां की संस्कृति से लेकर खानपान तक का आनंद सूरजकुंड आकर लिया जा सकता है.
पार्किंग स्लॉट पहले करा लें बुक
इस साल पिछले साल की तुलना में ज्यादा देशों के कलाकार इस मेले में भाग लेने के लिए पहुंच रहे हैं.हर साल ऐसे ही इस मेले में देश-विदेश से सैलानी इस मेले का लुत्फ उठाने और खरीदारी करने के लिए पहुंचते हैं.वहीं दिल्ली में इस दौरान G20 सम्मेलन भी होने वाला है. इस बार सूरजकुंड मेले में काफी ज्यादा संख्या में सैलानियों के पहुंचने की संभावना है.इस बात को ध्यान में रखते हुए प्री-टिकट और पार्किंग बुकिंग की भी फैसिलिटी शुरू की गई है.पार्क प्लस एप की सहायता से आप अपने स्लॉट की बुकिंग करा सकते हैं. आप फास्टैग के माध्यम से गाड़ी आसानी से पार्किंग परिसर में पहुंच सकेंगे.अगर आप भी इस मेले में जाने की योजना बना रहे हैं, तो पार्किंग को लेकर होने वाली परेशानियों से बचने के लिए पहले ही पार्किंग पहले ही बुक कर लें.
यहां से उठाएं व्यंजन का लुत्फ
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में फूड्स के लिए अलग से 50 स्टॉल लगाई जा रही हैं.मेले में पिज्जा से लेकर बाजरे की रोटी व अन्य देसी—विदेशी व्यंजनों के स्वाद का लुफ्त उठा सकते हैं. मणिपुर की चाहाओ खीर, मेघालय की फ्रूटचाट, त्रिपुरा की भंगुई बिरयानी और पूर्वोत्तर राज्यों की बैंबू बिरायनी का जायका भी सूरजकुंड मेला आकर ले सकते हैं.
ये है सूरजकुंड मेले का इतिहास
सूरजकुंड मेले की शुरुआत 1987 में हुई थी.इसका उद्देश्य भारत में मौजूद अद्भुत और लुप्त हो रही कलाओं को बढ़ावा देना है.सूरजकुंड मेले में जाने के लिए टिकट लेनी होती है.टिकट की कीमत 100 से 200 रुपए के बीच में रहेगी.जिसे आप हरियाणा सरकार की वेबसाईट और बुक माय शो एप के द्वारा भी इस मेले की टिकट प्राप्त कर सकते हैं.
ऐसे पहुंच सूरजकुंड
फ्लाइट: फ्लाइट से आप दिल्ली इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं.यहां से फरीदाबाद की दूरी 24 किलोमीटर है.आप हवाई अड्डे से मेले के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं.
वाहन और टैक्सी: अपने वाहन के अलावा दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव से टैक्सी द्वारा भी मेले में पहुंचा जा सकता है.
मेट्रो: सूरजकुंड तक पहुंचने के लिए वायलेट लाइन से मेट्रो ट्रेन लेनी होगी.फिर बदरपुर बॉर्डर या तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन पर उतरना होगा.वहां से मेला मात्र 4.5 किलोमीटर की दूरी पर है. वहां से आप ऑटो से मेले में पहुंच सकते हैं.
रोडवेज बस: हरियाणा रोडवेज ने सूरजकुंड मेले के लिए खास बस सेवा शुरू की है.इस बस सेवा मे हरियाणा रोडवेज ने 20 स्पेशल बसें चलाई हुई है.फरीदाबाद से सुबह साढ़े 8 बजे पहली बस मिलेगी.उसके बाद हर पौने घंटे पर बस उपलब्ध होगी.फरीदाबाद से सूरजकुंड के लिए शाम 5 बजकर 45 मिनट पर आखिरी बस चलेगी.इसी तरह सूरजकुंड से फरीदाबाद के लिए सुबह सवा 9 बजे पहली बस चलेगी और रात में साढ़े 8 बजे आखिरी बस मिलेगी.
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