Delhi IIT News: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे एक और छात्र की आत्महत्या (IIT Student Suicide) का मामला सामने आया है, जिसमें राजधानी दिल्ली के IIT फोर्थ ईयर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने फंदे से लटक कर अपनी जान दे दी. मृतक छात्र आयुष आशना (23) उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और IIT दिल्ली के उदयगिरि हॉस्टल में रहता था. जहां उसने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. घटनास्थल से कोई भी सुसाइड नोट नहीं बरामद हुआ है.
हॉस्टल के कमरे में छात्र ने की खुदकुशी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पीसीआर कॉल से किशनगढ़ थाने की पुलिस को 8-9 जून के बीच की रात 12 बजे IIT के उदयगिरि हॉस्टल में एक छात्र के आत्महत्या की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि छात्र ने हॉस्टल के कमरे में लगे पंखे में नायलॉन रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक छात्र B.Tech फोर्थ ईयर का स्टूडेंट था और उसने फाइनल ईयर का एग्जाम भी दिया था. जांच में लिए मौके पर क्राइम टीम को बुलाया गया, लेकिन वहां कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया. पुलिस ने छात्र के आत्महत्या की सूचना उसके परिजनों को दे दी है और सीआरपीसी की धारा 174 के तहत आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
इस वर्ष इंजीनियरिंग छात्रों की आत्महत्या का 5वां मामला
बता दें कि इस वर्ष इंजीनियरिंग स्टूडेंट के आत्महत्या का यह 5वां मामला है. फरवरी में आईआईटी बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी ने आईआईटी बॉम्बे के हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद आईआईटी मद्रास के तीन छात्रों ने सुसाइड कर लिया था.
फाईनल ईयर के स्टूडेंट्स की आत्महत्या से फिर उठे सवाल
IIT जैसी देश की प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए छात्र दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं तब जा कर वे IIT के कठिन एंट्रेंस एग्जाम को निकाल पाते हैं. ऐसे में किसी छात्र द्वारा इस तरह का कदम उठाना, वह भी तब जब वह फाईनल ईयर का एग्जाम दे कर जिंदगी को नई उड़ान देने के लिए बिल्कुल तैयार था, कई अहम सवाल खड़े करते हैं, जिनके जवाब निश्चित ही तलाशने की जरूरत हैं.