IMD Alert: वेस्टर्न डिस्टरबेंस से बढ़ेगी मुश्किलें, अगले 72 घंटे 30 KMPH की रफ्तार से चलेंगी हवाएं, इन इलाकों में होगी बारिश
अगले 72 घंटे पहाड़ी इलाहों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में तेज बारिश की आशंका मौसम विभाग ने जताई है. इस दौरान न्यूनतम तापमान में 6 डिग्री तक गिरावट आ सकती है.
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाकों चल रहीं बर्फीली हवाओं ने लोगों को परेशान कर रखा है. दिन में भले ही धूप निकल रही हो, लेकिन हवा इतनी ठंडी है कि कई गर्म कपड़े पहनने के बाद भी सर्दी का अहसास हो रहा है. मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिन तक ऐसा ही मौसम रहने वाला है. वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है. इसका असर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ और राजस्थान में अधिक देखने को मिलेगा.
तापमान में 6 डिग्री तक की गिरावट संभव
IMD की मानें तो आने वाले दो दिनों में हवाएं 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी, जिस कारण तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी जा सकती है. ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिलेगा. यहां तापमान में अचानक गिरावट आएगी फिर वो बढ़ने लगेगा. इस दौरान घना कोहरा छाए रहने की संभावना भी मौसम विभाग की तरफ से जताई गई है. उधर, पश्चिमी हिमालय क्षेत्र यानी लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आज और कल बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है.
अगले 72 घंटों में मौसम बढ़ाएगा परेशानी
आसान शब्दों में कहें तो दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए एक बार फिर परेशानी बढ़ने वाली है. क्योंकि बारिश के कारण ठंड यूटर्न ले सकती है, जिसका सीधा असर लोगों के जनजीवन पर पड़ेगा. IMD ने साफ कहा है कि सर्द हवाओं का दौर 5 फरवरी तक जारी रह सकता है. मध्य प्रदेश की बात करें तो विभाग ने अगले 72 घंटे में एमपी के कई हिस्सों में बूंदाबांदी होने और बादल छाए रहने का अनुमान जताया है. मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया, 'जबलपुर जिले में सुबह सात बजे दृश्यता शून्य मीटर दर्ज की गई. वहीं सुबह साढ़े सात बजे दृश्यता 50 मीटर और साढ़े आठ बजे दृश्यता 300 मीटर दर्ज की गई. भोपाल, उज्जैन, दमोह, बालाघाट के मलाजखंड क्षेत्र, छतरपुर के खजुराहो और उमरिया सहित अन्य जिलों में सुबह के समय कोहरा छाया रहा.'
ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान ग्वालियर रहा जहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ मध्य प्रदेश को रविवार से प्रभावित करना शुरू कर सकता है जिससे अगले दो या तीन दिनों तक हल्की बारिश होने और बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है. उन्होंने कहा कि इस दौरान कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम विभाग की अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में थोड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है.
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