Delhi Traffic Rules: दिल्ली में वाहन चालकों को महंगाई का एक और झटका, PUC जांच होगी महंगी
परिवहन विभाग पॉल्युशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट के लिए की जाने वाली जांच के शुल्क में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रहा है और संभव है कि अगले एक से डेढ़ महीने में इसके शुल्क में इजाफा किया जाएगा.
Delhi News: अगर आपके पास दोपहिया वाहन या फिर कार समेत अन्य वाहन हैं तो जल्दी ही आपके खर्चो में और भी इजाफा होने जा रहा है. दरअसल, परिवहन विभाग पॉल्युशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट के लिए की जाने वाली जांच के शुल्क में बढ़ोतरी करने पर विचार कर रहा है और संभव है कि अगले एक से डेढ़ महीने में इसके शुल्क में 50 प्रतिशत तक का इजाफा परिवहन विभाग की तरफ से किया जाएगा.
11 वर्षों ने कीमतों में नहीं हुआ इजाफा
ये बढ़ोतरी दोपहिया और कार समेत सभी प्रकार के वाहनों पर लागू होगी. जिसे महंगाई दर के हिसाब से बढ़ाया जाएगा. बता दें कि राजधानी में पिछले 11 वर्षों के दौरान महंगाई दर में 65 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि इस दौरान प्रदूषण जांच शुल्क में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं हुई है. इसलिए महंगाई दर के आधार पर प्रदूषण के जांच शुल्क को बढ़ाने की तैयारी है.
खर्चो में वृद्धि के बाद PUC संचालकों ने की दरों को बढ़ाने की मांग
महंगाई के कई गुना बढ़ने के बाद भी प्रदूषण जांच की दरों में बदलाव नहीं होने से PUC सेंटर संचालकों के लिए यह कार्य घाटे का सौदा साबित होता जा रहा है. खर्च में कई गुना वृद्धि होने से PUC संचालक लंबे समय से प्रदूषण जांच शुल्क को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. इसलिए परिवहन विभाग अब PUC जांच का शुल्क बढ़ाने पर गंभीरता से विचार कर रहा है. विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि महंगाई दर को ध्यान में रखते हुए नए शुल्क तय किए जाएंगे, लेकिन कोशिश होगी कि लोगों की जेब पर ज्यादा बोझ न पड़े और PUC सेंटर संचालकों को भी नुकसान न हो.
वर्तमान में अधिकतम 100 रुपये लगते हैं प्रदूषण की जांच में
वर्तमान में दिल्ली में कुल 953 PUC जांच केंद्र हैं, जहां पेट्रोल- डीजल और सीएनजी से चलने वाले वाहनों के प्रदूषण की जांच की जाती है. अभी दोपहिया की प्रदूषण जांच का शुल्क 60 रुपये, जबकि पेट्रोल कारों की प्रदूषण जांच का शुल्क 80 रुपये और डीजल चालित गाड़ियों की प्रदूषण जांच का शुल्क 100 रुपये लगता है. इसके अलावा इस पर अलग से 18 प्रतिशत जीएसटी भी लगता है.
खर्च की तुलना में आय कम
कुछ समय पहले परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने कहा था कि अब ऑयल कंपनियां पेट्रोल पंपों पर PUC सेंटर चलाने के बदले में डीलरों से 10 हजार रुपए महीना अलग से लेने लगी हैं. ऐसे में PUC सेंटरों का संचालन मुश्किल हो रहा है. एक सेंटर चलाने में 70 हजार रुपए खर्च के अनुपात में आय 50-55 हजार रुपए ही है. जिससे उन्हें हर महीने नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की मांग थी कि दोपहिया वाहनों की PUC की जांच का शुल्क बढ़ाकर 150 रुपये, जबकि पेट्रोल कार का 200 रुपए और डीजल गाड़ियों का शुल्क 300 रुपए कर दिया जाए. परिवहन विभाग, बढ़ी हुई महंगाई और पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की मांगों को देखते हुए जल्द ही PUC जांच की नए दरों की घोषणा करेगी. जिसके बाद वाहन चालकों को PUC जांच के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे.
यह भी पढ़ें: Delhi: दिल्ली एम्स में दुर्लभ बीमारियों से पीड़ितों के इलाज पर खर्च हुए 23 करोड़, RTI में जानिए क्या कुछ मिली जानकारी