ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) ने दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को राजधानी की मुस्तफाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया है. उनकी पत्नी शमा और बेटे शादाब मंगलवार (10 दिसंबर) को एआईएमआईएम में शामिल हुए. ताहिर को लेकर बीजेपी हमलावर है जिस पर एआईएमआईएम ने पलटवार किया.


'इस देश में अलग-अलग कानून है क्या'


पार्टी के दिल्ली प्रभारी इम्तियाज जलील ने मंगलवार को कहा कि हमें खुशी है कि ताहिर हुसैन आज हमारे साथ जुड़ रहे हैं. बीजेपी के आरोपों पर उन्होंने पूछा कि साध्वी प्रज्ञा कौन हैं? इस देश में कानून अलग अलग है क्या? अफसोस है कि ताहिर इतने सालों से जेल में बंद हैं. जिस पार्टी से वो ताल्लुक रखते हैं, क्या उस पार्टी ने ताहिर के घरवालों को पूछा?


'जज कुर्सी पर बैठने के लायक नहीं'


एआईएमआईएम के नेता ने कहा कि आजकल जज को लगता है कि बीजेपी की लाइन पकड़नी है और बीजेपी उन्हें राज्यसभा की सीट दे देगी. अदालत घटिया लेवल पर आ चुकी है. हम लानत भेजते हैं. वो जज कुर्सी पर बैठने के लायक नहीं हैं.


'ताहिर हुसैन जैसे ना जानें कितने जेलों में बंद'


इम्तियाज जलील ने कहा कि बीजेपी से कभी नहीं पूछा गया कि साध्वी प्रज्ञा को क्यों चुना गया? जब मालेगांव ब्लास्ट में उनका नाम है. ताहिर हुसैन जैसे ना जानें कितने जेलों में बंद हैं. कई मामले ऐसे हैं जो सालों तक जेलों में बंद तो रहते है लेकिन निर्दोष साबित होते हैं. 


'कितने सारे अपराधी बीजेपी के साथ'


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस पार्टी से ताहिर हुसैन थे, अगर वो खड़ी होती तो ताहिर हमारे साथ नहीं आते. अदालत के फैसले से पहले बीजेपी उनको दोषी साबित कर रही है. अगर ताहिर हुसैन विवादित हैं तो साध्वी प्रज्ञा क्या थीं? कितने सारे अपराधी बीजेपी के साथ हैं. हम पूरी ताकत के साथ ताहिर हुसैन के साथ खड़े हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है.


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