Delhi News: चाइनीज मांझे का इस्तेमाल कर पतंग उड़ाना न केवल इंसानों के लिए बल्कि बेजुबान पक्षियों के लिए भी जानलेवा साबित हो रहा है.  हाल-फिलहाल में चाइनीज मांझे के कारण हुए कई बड़े हादसे हमारे सामने आ चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग चाइनीज मांझे का इस्तेमाल नहीं छोड़ रहे हैं. दिल्ली के चांदनी चौक स्थित चैरिटी बर्ड्स हॉस्पिटल में अब तक चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल होने वाले 500 से ज्यादा पक्षियों को इलाज के लिया लाया जा चुका है.


15 अगस्त पर 200 पक्षी हुए चाइनीज मांझे का शिकार
अस्पताल में पक्षियों का इलाज करने वाले डॉक्टर रामेश्वर यादव ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि 15 अगस्त के दिन ही करीब 200 घायल पक्षियों को अस्पताल लाया गया और अगले दिन 12:00 बजे तक यह संख्या 300 के पार पहुंच गई. उन्होंने कहा कि अभी भी रोजाना घायल पक्षियों को अस्पताल लाया जा रहा है. डॉक्टर ने कहा कि चूंकि यह एक चैरिटेबल बर्ड हॉस्पिटल है, इसलिए यहां हर पक्षी का इलाज किया जाता है. इसके अलावा घायल होने के बाद जो पक्षी उड़ नहीं पाते उनकी यहां पूरी देखभाल की जाती है.


लगातार बढ़ती जा रही है घायल पक्षियों की संख्या
डॉ. रामेश्वर ने बताया 10 अगस्त से ही अस्पताल में घायल पक्षियों का लाया जाना शुरू हुआ है और अभी भी रोजाना अस्पताल में घायल पक्षियों को लाया जा रहा है. शुरुआती दिन में 50 से 100 पक्षी अस्पताल में घायल अवस्था में लाए जा रहे थे, लेकिन 12 अगस्त के बाद यह संख्या बढ़ गई और 15 अगस्त को दोपहर तक ही 150 पक्षी घायल अवस्था में अस्पताल लाए गए. उन्होंने कहा कि  अगले दिन दोपहर 12:00 बजे तक 350 से ज्यादा पक्षियों को लोग अस्पताल लेकर पहुंचे. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से लोग इन पक्षियों को लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. डॉक्टर रामेश्वर ने बताया कि घायल अवस्था में लाए जा रहे पक्षियों में कबूतर, कौवा, तोता, चील पक्षी शामिल हैं. इसके अलावा मांझे से दो मोर भी घायल हुए थे जिन्हें 12 अगस्त के दिन अस्पताल लाया गया था. उन्होंने कहा कि दोनों मोर का अभी इलाज चल रहा है.


इस चैरिटेबल बर्ड हॉस्पिटल तक कैसे पहुंचें
बता दें कि चैरिटेबल बर्ड हॉस्पिटल दिल्ली के चांदनी चौक में लाल मंदिर के पास स्थित है. यह हर एक प्रकार के पक्षियों का इलाज किया जाता है. इसके अलावा अस्पताल में एक शेल्टर भी बनाया हुआ है जहां पर उन घायल पक्षियों को रखा जाता है, जो उड़ नहीं पाते और ठीक होने तक उनकी पूरी देखभाल की जाती है. पक्षियों की देखभाल के लिए अस्पताल में डॉक्टर रामेश्वर यादव और डॉक्टर अवतार सिंह के अलावा भी कई डॉक्टर मौजूद हैं. डॉक्टरों का कहना है कि घायल पक्षियों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि खाना खाने तक का भी समय नहीं मिल रहा है. डॉक्टर रात-दिन घायल पक्षियों के इलाज में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि घायल पक्षियों को ठीक होने में 1 महीने तक का समय लगेगा. 


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