Delhi News: स्वतंत्रता दिवस में अब केवल सप्ताह भर का समय शेष बचा है. इस बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस के साथ तमाम सुरक्षा एजेंसियां लाल किले के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने में लगी हैं. इस वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के साथ G-20 की झलक भी 15 अगस्त को देखने को मिलेगी. हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर लाल किले के आसपास अभेद्य सुरक्षा घेरा बनाया जाता है, वहीं सितंबर महीने में G-20 सम्मेलन होना है, जिसे देखते हुए भी सुरक्षा व्यवस्था को पहले से ज्यादा मजबूत बनाया जा रहा है. ताकि कोई आतंकी घटना न हो. सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए एक तरफ लाल किले की घेराबंदी की जा रही है. इस रणनीति के तहत लाल किले के आसपास सुल्तान की तो यमुना में पुलिस कमांडों की तैनाती की जा रही है.


हर बार की तरह लाल किले की सुरक्षा में चांदनी चौक मार्ग की तरफ ऊंचे कंटेनर खड़े किए जा रहे हैं. जमीन से लेकर आसमान तक लाल किले की सुरक्षा अभेद्य बनाने का काम जारी है. सूत्रों की मानें तो इजरायली सॉफ्टवेयर से संदिग्धों पर नजर रहेगी. लाल किले के चप्पे-चप्पे पर निगरानी के लिए इजरायली सॉफ्टवेयर वाला ऑटोमेटिक फेस रेकॉग्निशन सिस्टम (एफआरसी) से लैस  पीटीजेड कैमरे और हाई रिजोल्यूशन कैमरे को जगह-जगह लगाया जा रहा है. इसके अलावा कई आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का भी लाल किले की सुरक्षा में उपयोग किया जाएगा.


आतंकियों, संदिग्धों के डोजियर का डेटाबेस सेव


उन आधुनिक फेस रिकॉगनिशन सिस्टम वाले CCTV कैमरों में आतंकियों, संदिग्धों के डोजियर का डेटाबेस सेव रहेगा. जिसका एक्सेस लाल किले पर बनाए जा रहे सिक्योरिटी कंट्रोल रूम और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के पास रहेगा. ऑटोमेटिक फेस रिकॉगनिशन सिस्टम संदिग्ध चेहरा डिटेक्ट करते ही तुरंत अलर्ट सिग्नल देकर सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर देगा.


पतंगों को पकड़ने के लिए 'सुल्तान' की तैनाती


15 अगस्त को होने वाली पतंगबाजी को देखते हुए लाल किले पर 'सुल्तान' (काईट कैचर) की भी तैनाती की जाएगी. दरअसल, कई बार 15 अगस्त के मौके पर हो रही पतंगबाजी में पतंगे कट कर लाल किला के कार्यक्रम स्थल तक आ जाती है, एक मौके पर तो पतंग कट कर लाल किले पर भाषण दे रहे प्रधानमंत्री मोदी के पास आ गिरी थी, जिसे देखते हुए सुल्तान की तैनाती की जाने लगी. दूरबीन से लैस ये सुल्तान जगह-जगह लाल किले की छत पर तैनात रहेंगे, जो पतंग को देखते ही उसे तुरंत पकड़ लेंगे. वहीं दिल्ली पुलिस ने 15 अगस्त के मौके पर लाल किले के आसपास पतंग न उड़ाए जाने की सख्त चेतावनी जारी की है. साथ ही उत्तरी दिल्ली के इलाकों में पतंग और मांझे को लेकर कड़ी कार्रवाई कर रही है.


यमुना में गोताखोरों के साथ पुलिस कमांडों करेंगे गश्त


इसके अलावा, यमुना में भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. चूंकि अभी भी यमुना का पानी सामान्य स्तर से ऊपर है, जिससे घुसपैठ की आशंका बनी हुई है. इसी कारण यमुना में दिल्ली पुलिस के कमांडों, गोताखोरों की टीम के साथ लगातार गश्त पर रहेंगे. साथ ही, मेटल डिटेक्टर से यमुना और शांति वन में झील की भी जांच होगी. बता दें कि 15 अगस्त पर लाल किले में होने वाले प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर लाल किले की सुरक्षा की जिम्मेदारी कई लेयर में विभिन्न एजेंसियों को दी गई है. इनमें एनएसजी, एसपीजी, पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवान शामिल हैं.


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