Delhi News Today: भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) द्वारा आयोजित 43वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 14 से 27 नवंबर के बीच भारत मंडपम में आयोजित होने जा रहा है. इस साल छोटे स्तर पर आयोजित हो रहे मेले की थीम 'विकसित भारत 2024' रखी गई है. जिसमे भारत के वर्तमान विकसित स्वरूप के साथ साथ भविष्य के विकास की झलक भी दिखाई देगी.
बिहार और उत्तर प्रदेश इस मेले के साझेदार राज्य होंगे, जबकि झारखंड फोकस स्टेट के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा. इस बार के मेले में 31 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भी हिस्सा लेंगे, इसके साथ ही 38 मंत्रालय, सरकारी विभाग और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम अपनी उपलब्धियां प्रदर्शित करेंगे.
वहीं विदेशी भागीदारों की बात करें तो चीन, इजिप्ट, दक्षिण कोरिया, स्वीडन, थाईलैंड, तुर्किया, ट्यूनीशिया और यूएई समेत कई देशों ने अपनी-अपनी मंजूरी दे दी है. इस बार मेले का आकार पिछली बार से छोटा होगा, जो 1 लाख 7 हजार वर्ग मीटर होगा.
आयोजन स्थल पर बदलाव
इस साल हॉल नंबर 7 मेले का हिस्सा नहीं होगा, बल्कि आईटीपीओ के प्रशासनिक कामकाज में इस्तेमाल होगा. इस वजह से सरस मंडप हॉल नंबर 09 और 10 में लगाया जाएगा. हालांकि अच्छी खबर ये है कि इस वर्ष भारत मडंपम का गेट नंबर तीन भी खोला जाएगा, यानी की भैरो रोड पर केवल गेट नंबर 4 ही नहीं 3 से भी प्रवेश मिलेगा. जो दर्शकों की भीड़ को नियंत्रित करने में सहायक साबित होगी.
टिकट दरों में कोई बदलाव नहीं
आईटीपीओ ने इस साल मेले की टिकट दरों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन ग्रेप के नियमों के मद्देनजर पार्किंग शुल्क में इजाफा किया गया है. वही सांस्कृतिक कार्यक्रम इस साल भी एम्फी थिएटर में आयोजित किए जाएंगे. आईटीपीओ के मुताबिक यह मेला भारत के विकास की यात्रा को दर्शाता है, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाएं को दर्शएगा.
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