Inflation in Delhi: फ़िल्म ‘पीपली लाइव’का ये गीत 'सखी सईंया तो खूब ही कमात हैं, महंगाई डायन खाये जात है', इन दिनों आम आदमी पर एकदम फिट बैठ रहा है. लोग महंगाई की मार से त्रस्त है. पिछले एक साल में जिस तरह से लगभग सभी सामानों के दाम बढ़े हैं उसने लोगों का ख़र्चा काफ़ी बढ़ा दिया है. 
देश की राजधानी दिल्ली की ही बात करें तो यहां पिछले एक साल में यानी 1 नवंबर 2020 से 1 नवंबर 2021 तक घरेलू सामानों की क़ीमत में 35 प्रतिशत से लेकर 61 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है. 



  • 1 नवंबर 2020 को दिल्ली में पेट्रोल का दाम 81.06 रुपये प्रति लीटर था जो 1 नवंबर 2021 में बढ़कर 109.69 रुपये प्रति लीटर हो चुका है यानी 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से अब  28.63 रुपये ज़्यादा देने पड़ रहे हैं.

  • इसी तरह 1 नवंबर 2020 को डीज़ल 70.46 रुपये प्रति लीटर था जबकि 1 नवंबर 2021 को ये 98.42 रुपये प्रति लीटर था यानी 40 प्रतिशत का इज़ाफा और लोगों को 27.96 रुपये ज़्यादा देने पड़ रहे हैं.

  • घरेलू गैस की बात करें तो 1 नवंबर 2020 को 594 रुपये प्रति सिलेंडर था जो 1 नवंबर 2021 तक 899.50 रुपये का हो चुका है, इसके दाम 51 प्रतिशत बढ़े हैं और अब 305.5 रुपये ज़्यादा लग रहे हैं.

  • कॉमर्शियल सिलेंडर, 1 नवंबर 2020 को 1241.5 रुपये प्रति सिलेंडर था, वहीं 1 नवंबर 2021 तक 61% प्रतिशत दाम बढ़ चुके हैं और 2 हज़ार रुपये का हो चुका है यानी 758.5 रुपये ज़्यादा  देने पड़ रहे हैं.

  • दूसरी तरफ, सरसों तेल के दाम में भी 43% प्रतिशत का इज़ाफा हो चुका है और जो 31 अक्टूबर 2021 को 129 रुपये प्रति लीटर था, अब उसकी क़ीमत 56 रुपये बढ़कर 185 रुपये का हो चुका है.

  • वनस्पति तेल जो 31 अक्टूबर, 2021 तक 44% प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 138 रुपये का हो चुका है जो 31 अक्टूबर 2020 को 96 रुपये प्रति लीटर था. यानी अब 52 रुपये ज़्यादा देने पड़ते हैं.

  • सोया तेल की क़ीमत भी 107 से 153 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच चुका है 43% प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ और अब 46 रुपये का ख़र्च बढ़ गया है.

  • जबकि पॉम ऑयल की बात करें तो 31 अक्टूबर 2020 को 95 रुपये प्रति लीटर का था जो अब 133 रुपये का हो चुका है यानी इसके दाम 40% प्रतिशत बढ़े हैं और अब जेब पर 38 रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है.


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