Delhi: इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने रेल मंत्रालय (Rail Ministry) के निर्देशों के बाद अब ट्रेनों में एक बार फिर पका हुआ भोजन दिए जाने की सुविधा को बहाल कर दिया है. अब तक 80 फ़ीसदी ट्रेनों में पका हुआ भोजन दिया जा रहा था,  लेकिन अब 14 फरवरी तक 100 फीसदी ट्रेनों में पका हुआ भोजन मिलना शुरू हो जायेगा.


कोविड की वजह से ट्रेन में पका हुआ भोजन देने की सुविधा बंद कर दी गई थी


बता दें कि कोविड-19 (Covid-19)  के चलते हुए लॉकडाउन के कारण ट्रेनों में पका हुआ भोजन दिए जाने की सुविधा को बंद कर दिया गया था. 23 मार्च 2020 को महामारी के कारण सुरक्षा उपायों को देखते हुए खानपान सेवाओं को ट्रेनों में बंद कर दिया था. लेकिन जब कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिली तो फिर से 5 अगस्त 2020 से ट्रेनों में भोजन दिए जाने की सुविधा को शुरू किया गया था. यात्रियों की सुविधा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों में दिए जाने वाले भोजन में स्वास्थ्यवर्धक सामग्री शामिल की गई, जिससे कि ट्रेनों में यात्रियों को पौष्टिक आहार मिल सके.


IRCTC रेल यात्रियों को प्रीमियम सेवाएं प्रदान करता है


भारतीय रेलवे खान-पान और पर्यटन निगम लिमिटेड ((IRCTC) रेल मंत्रालय का एक सार्वजनिक उपक्रम है, जो भारतीय रेल के यात्रियों को प्रीमियम सेवाएं प्रदान करता है. और अब एक बार फिर ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की आवश्यकताओं और देश भर में COVID लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के साथ आईआरसीटीसी ने ट्रेनों में पके हुए भोजन की सेवाओं को फिर शुरू किया है.


Delhi University Exams 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी में होंगे Open Book Exam, जल्द जारी होगा शेड्यूल


पके हुए भोजन की बहाली पूरी सावधानियों के साथ की गई है


रेलवे बोर्ड से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार पके हुए भोजन की बहाली पूरी सावधानियों के साथ यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए की गई है. इस तरह की सेवाएं लगभग 428 ट्रेनों में पके हुए भोजन के रूप में बहाल की जा चुकी हैं. कोरोना के मामलों में हो रही कमियों को देखते हुए 21 दिसंबर से ही करीब 30% और 22 जनवरी तक 80% ट्रेनों में पके हुए भोजन की सेवा बहाली प्रारम्भ कर दी गई थी. बाकी अब 20% ट्रेनों में भी 14 फरवरी 2022 तक सभी ट्रेनों में पके हुआ भोजन दिए जाने की सुविधा को बहाल कर दिया जाएगा. इसके अलावा प्रीमियम ट्रेनों (राजधानी, शताब्दी, दुरंतो) में पका हुआ भोजन पहले ही 21 दिसंबर से बहाल कर दिया गया था.


ये भी पढ़ें


Hijab Row: दिल्ली के शाहीन बाग में ‘हिजाब’ के समर्थन में उतरी महिलाएं, बोलीं- हम कर्नाटक की बहनों के साथ