Delhi News: जी20 सम्मेलन दो दिन पहले समाप्त हो गया. विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार को पहले की तरह निशाने पर लेने में जुट गई हैं. अब इस कड़ी में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay singh) ने एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए सवाल किया की हिन्दुस्तान के बैंकों में जो पैसा जमा है, उसमें ज्यादा पैसा तो बुद्धिस्टों का जामा होगा? लोगों का जवाब मिला नहीं. तो बौद्ध धर्म मानने वालों का सबसे ज्यादा पैसा जमा होगा. इसका भी जवाब मिला नहीं. इन दोनों का जमा नहीं है तो सिखों का जमा होगा. अगर ऐसा भी नहीं है तो सिखों होगा. यदि उनका भी नहीं तो मुसलमानों का पैसा बैंकों में जमा होगा. पब्लिक ने फिर जवाब दिया नहीं.
इसके बाद संजय सिंह ने कहा कि इनका पैसा जमा नहीं है, तो फिर बैंकों के किसका पैसा सबसे ज्यादा जमा है. वह फिर सवाल करते हैं, हिंदुओं का जमा होगा. जवाब- हां में मिलने पर उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा डकैती किसके यहां पड़ रही है, हिंदुओं के यहां न...हां. इसके बाद संजय सिंह लोगों से पूछते हैं कि अब हम महंगाई की बात कर लेते हैं. इस देश में सबसे बड़ी आबादी बौद्धों की होगी. बौद्धों की नहीं तो सिखों की होगी. सिखों की नहीं तो इसाईयों की होगी, उनकी भी नहीं, तो मुसलमानों की होगी. आगे उन्होंने कहा कि साफ है कि देश में सबसे ज्यादा आबादी भी हिंदुओं की है. यानी सबसे ज्यादा महंगाई की मार हिंदू ही झेल रहे हैं.
लाठी भी सबसे ज्यादा हिंदू ही खाते हैं
संजय सिंह ने किसानों की बात करते हुए कहा कि बैंकों में पैसे और देश की आबादी की तरह सबसे ज्यादा किसान भी बौद्धों, सिखों और मुसलमानों के बदले हिंदुओं की ही होगी. जवाब हां, में मिलने पर वह कहते हैं कि देश के पूर्व से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक, जब किसान फसल का दाम ज्यादा मांगते हैं तो सबसे ज्यादा लाठी की किस पर पड़ती हैं, हिंदुओं पर ही न. साफ है कि लाठी भी सबसे ज्यादा हिंदू ही खाते हैं.
सबसे ज्यादा पीड़ित के सवाल पर संजय सिंह का जवाब
अब हम शिक्षा की बात करें तो देश में सबसे ज्यादा पढ़ने वाले बच्चे भी हिंदुओं के ही होंगे. इसी तरह सबसे ज्यादा बेरोजगारी भी हिंदुओं में ही होगी, अशिक्षित भी सबसे ज्यादा हिंदू ही होंगे. ताज्जुब है, इसके बाद भी बीजेपी वाले कहते हैं कि हम हिंदुओं का भला कर रहे हैं. आप नेता ने लोगों से कहा कि आप लोगों से मेरी विनती है कि जब देश में सबसे ज्यादा नुकसान हिंदुओं का ही हो रहा है. उन्हीं ही वो कहते हैं कि मुसलमान के नाम पर झगड़ा कर लो. सड़क पर निकल जाओ. नफरत की आग फैला दो.
तरक्की के लिए करना होगा काम
आप नेता अपने भाषण के अंत में कहते हैं कि मेरा सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, बुद्धिजीवियों और शिक्षक सहित अन्य समुदायों से अपील है कि इनके कहे में, मत आओ. आइए, हम लोग मिलकर, इस साजिश के खिलाफ देश की तरक्की के लिए काम करें. ऐसा करना इसलिए जरूरी है कि हम लोग ही भारत को विकास के रास्ते पर लेकर जाएंगे.