Padma Awards 2022: देश में हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है. हाल ही में सामने आया की पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य ने पुरस्कार लेने से मना कर दिया. अब सवाल उठता है कि क्या पद्म सम्मान प्राप्त करने वाले की स्वीकृति ज़रूरी है. आइये आपको बताते हैं.
जानिए प्राप्तकर्ता की सह्मति को लेकर क्या है प्रावधान
पुरस्कार की घोषणा से पहले प्राप्तकर्ता की लिखित या औपचारिक सहमति लेने का कोई प्रावधान नहीं है. हालांकि, घोषणा से पहले, प्रत्येक प्राप्तकर्ता को गृह मंत्रालय से चयन के बारे में सूचित करने वाला एक कॉल प्राप्त होता है. यदि प्राप्तकर्ता पुरस्कार सूची से बाहर होने की इच्छा व्यक्त करता है, तो नाम हटा दिया जाता है. पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है. इसमें पद्म विभूषण जो असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए होता है. पद्म भूषण उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है और पद्म श्री प्रतिष्ठित सेवा के रूप शामिल हैं.
इन लोगों को दिया जाता है पद्म पुरस्कार
पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक है. भारत सरकार की तरफ से हर साल तीन श्रेणियों पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण में पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है. सबसे पहले आपको यह जानना आवश्यक है कि पद्म पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जो समाज की भलाई और योगदान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं.. ऐसे में कई ऐसे लोग होते हैं जो समाज में अपनी अलग पहचान बनाते है और अगर अपना जीवन समाज औऱ देश हित के लिए समर्पित कर दें तो उनके लिए यह बड़ी बात होगी. ऐसे किसी भी आम या खास व्यक्ति के लिए पद्म पुरस्कार दिया जा सकता है.
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