Delhi Violence News: राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी क्षेत्र में हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के एक दिन बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि यह हिंसा आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार द्वारा रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को गैर-कानूनी रूप से ठहराने का परिणाम है. यद्यपि आप के एक विधायक ने कहा कि इसके लिए किसी एक समुदाय को निशाना उचित नहीं होगा.
घायल पुलिसकर्मी से मिलने पहुंचे रामवीर सिंह बिधुड़ी
आदेश गुप्ता ने यह भी दावा किया कि हिंसा में गिरफ्तार किया गया एक आरोपी आप कार्यकर्ता है. गुप्ता उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सांसद हंसराज हंस तथा दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधुड़ी शनिवार की शाम भड़की हिंसा में घायल पुलिसकर्मी से मिलने गये.
हिंसाग्रस्त इलाके के दौरे के दौरान आदेश गुप्ता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘केजरीवाल सरकार गैर-कानूनी तरीके से रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों और बांग्लादेशी नागरिकों को मुफ्त बिजली, पानी और राशन दे रही है और जहांगीरपुरी हिंसा इसी का परिणाम है.’’ गुप्ता के आरोपों पर आप की प्रतिक्रिया तो तत्काल नहीं मिल सकी है, लेकिन दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष एवं आप के विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा कि किसी एक समुदाय को निशाना बनाना ‘गलत’ है और इस हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे सजा दी जानी चाहिए.
'एक आरोपी अंसार आप का कार्यकर्ता है'
गुप्ता ने आरोप लगाया, ‘‘हनुमान जयंती की जुलूस पर पत्थरबाजी करना, तलवारें भांजना और गोलियां चलाना शर्मनाक है. इस घटना का एक आरोपी अंसार आप का कार्यकर्ता है और आप विधायकों के साथ उसकी तस्वीरें हैं.’’ खान ने कहा कि जांगीरपुरी हिंसा के लिए किसी खास समुदाय को जिम्मेदार ठहराना गलत है. उन्होंने यह भी पूछा कि क्या मस्जिद में जबर्दस्ती घुसना और वहां भगवा झंडा लगाना उचित है?
जहांगीपुर इलाके की जनता अब भी सदमे से नहीं उबर सकी है. उनके आंखों के सामने शनिवार शाम की हथियारों को लहराये जाने और पत्थरबाजी की घटना बरबस घूमने लगती है. इलाके के लोगों का कहना है कि इस इलाके में हिन्दू और मुस्लिम सौहार्दपूर्वक तरीके से रहते थे. ऐसी स्थिति इस इलाके में कभी नहीं आई थी. इस घटना के बाद आज ज्यादातर निवासी घरों में बंद रहे. हिंसा के केंद्र जहांगीर इलाके के सी-ब्लॉक तथा मस्जिद के निकट बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे.
मोहम्मद आकिब ने कहा, ‘‘सुबह में हनुमान जयंती की दो शोभायात्राएं शांतिपूर्ण थी, लेकिन शाम की शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क उठी. मैंने लोगों को यह कहते हुए सुना कि कुछ लोग मस्जिद में प्रवेश कर रहे हैं.’’
सी-ब्लॉक के एक दुकानदार मनोज मिड्डा ने कहा कि हिंसा के बाद उन्होंने दुकान बंद कर दी और घर भागकर आ गये. उसने कहा, ‘‘मुस्लिम हमारे पड़ोसी हैं, लेकिन ऐसी स्थिति कभी नहीं हुई थी.’’बीजेपी ने दावा किया है कि अंसार आप का कार्यकर्ता है, आप ने इनकार किया है.
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