Jahangirpuri Case: पुलिस ने एक ही परिवार के 5 लोगों को किया गिरफ्तार, एक नाबालिग भी शामिल
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शोभायात्रा में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने एक ही परिवार के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है.
Jahangirpuri Violence Update: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान हुई दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है. इस मामले में लगातार आरोपियों की पहचान कर उनकी धरपकड़ भी की जा रही है. पुलिस अब तक इस मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इस पूरी घटना को लेकर 3 मुख्य आरोपी बताए जा रहे हैं जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी अंसार, सोनू शेख और असलम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिसमें सोनू शेख और असलम फायरिंग करते हुए देखे गए थे.
एक ही परिवार के पांच लोग गिरफ्तार
शनिवार शाम को दो गुटों के बीच यह हिंसा देखने को मिली थी जिसके बाद पुलिस दोनों समुदाय से जो लोग आरोपी पाए जा रहे हैं उन्हें गिरफ्तार कर रही है. इस मामले में पुलिस ने एक ही परिवार के 5 लोगों को भी गिरफ्तार किया है. उत्तर पश्चिम जिले की पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए कुल 24 आरोपियों में पांच ऐसे पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है जो एक ही परिवार से हैं. इसमें एक नाबालिक को भी हिरासत में लिया गया है जो इसी परिवार से है.
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एक नाबालिग भी हिरासत में
एक ही परिवार के गिरफ्तार किए गए लोगों में सुकेन (45), उसका भाई सुरेश (43), सुकेन के दो बेटे नीरज (19) और सूरज (21), सुकेन का साला सुजीत सरकार (38) शामिल है. इनके अलावा पुलिस ने सुकेन के एक नाबालिग बेटे को भी हिरासत में लिया है. गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी एक ही परिवार के हैं और जहांगीरपुरी जी ब्लॉक में रहते हैं. दुर्गा का कहना है कि उनके पति देवर और बेटों को गिरफ्तार किया गया है जो कि बेकसूर हैं. शोभायात्रा के दौरान वह लोग रथ पर थे उनके ऊपर पथराव किया गया जिसमें कि वह लोग घायल हो गए. मेरे देवर के सिर में चोट लगी, बावजूद इसके वह शोभायात्रा के दौरान 'हनुमान जी' की मूर्ति को बचा कर ले आए.
उन्होंने कहा, उनके पति ने बताया था कि दूसरे समुदाय के लोग जो पहले बहस करने आए थे वहीं से कहासुनी शुरू हुई थी जिसके बाद उन्होंने पथराव करना शुरू कर दिया. आरोप है कि पहले उन लोगों की तरफ से पथराव किया गया था जिसके बाद उनके पति बेटे और देवर अपनी जान बचाकर वहां से भागे. उन्होंने कहा, उनके पति छोटी-मोटी नौकरी करते हैं और उनका बेटा बारहवीं कक्षा में पढ़ता है और अभी उसके 12वीं के एग्जाम भी हैं. इसके साथ ही उनका दूसरा बेटा उनके साथ काम में मदद करता है. वह दही बेचने का काम करता है. उन्होंने कहा कि काफी मुश्किल से मेहनत से गुजर बसर करते हैं. ऐसे में एक साजिश के तहत उनके परिवार को पकड़ा गया है.
इसके अलावा सुजीत की पत्नी मीनू का कहना है कि शोभायात्रा के दौरान उनके पति रथ खींच रहे थे और जब वह मस्जिद के पास पहुंचे तो वहां पर लोगों ने कहा कि लाउडस्पीकर बंद करो जिसके बाद बहस शुरू हो गई. फिर उन लोगों ने हाथों में तलवार आदि हथियार निकाल लिए और जुलूस पर हमला कर दिया. मीनू ने बताया कि उनके पति ने उन्हें बताया था कि वह लोग लगातार हमला कर रहे थे. भगवान की मूर्ति पर भी वह हमला कर रहे थे जिसे बचकर उनके पति भाग गए और उनकी तरफ से पथराव भी किया गया. उन्होंने कहा कि उनके पति को बेवजह गिरफ्तार किया गया है जबकि उन्होंने कुछ भी नहीं किया है, अगर उन्होंने कुछ किया होगा तो उन्होंने अपनी आत्मरक्षा के लिए किया होगा.
मामले में जांच जारी
गिरफ्तार किए गए सभी 24 आरोपी जहांगीरपुरी के ही रहने वाले हैं इसके साथ ही पुलिस ने सामने आ रही तस्वीरें और वीडियो के आधार पर भी आरोपी की गिरफ्तारी की है. पिस्तौल, तलवार आदि हथियार भी बरामद किए गए हैं. इसके अलावा पुलिस मामले में इन सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और आगे की जांच की जा रही है.
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