Iron in Drinking Water: देश के कई राज्यों में पीने के पानी में लोहे की मात्रा बढ़ती जा रही है. जल शक्ति मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि अगस्त, 2018 से दिसंबर, 2020 तक की अवधि में कुछ नदी घाटियों में स्थित 414 स्थलों पर पेयजल में लोहे की मात्रा निर्धारित मापदंड से अधिक पाई गई है.


राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में जल शक्ति राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडू ने कहा कि एक जून 2019 से 31 मई, 2020 तक की अवधि में 588 स्थानों में से आठ में नाइट्रेट की मात्रा पेयजल के लिए निर्धारित सीमा से अधिक (भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार) पाई गई थी.


उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त, 2018 से दिसंबर, 2020 की अवधि की जानकारी के अनुसार, राजस्थान, झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, त्रिपुरा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, गुजरात, मणिपुर, दिल्ली, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम के राज्यों में पड़ने वाले कुछ नदी घाटियों में स्थित 414 स्थलों पर पेयजल में निर्धारित मापदंड से अधिक लोहे की मात्रा पाई गई’’


मंत्री ने आंकड़े भी साझा किया जिसके अनुसार 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 248 जिलों के कुछ हिस्सों में पीने के पानी में निर्धारित सीमा से अधिक खारापन मौजूदा था.


ये भी पढ़ें-


Covid-19 Case in Delhi: दिल्ली में फिर बढ़ रहे कोरोना के मामले, सीएम अरविंद केजरीवाल नए वेरिएंट को लेकर आज करेंगे बैठक


Farm Laws Repeal Bill: कृषि कानून रद्द, क्या अब किसान लौटेंगे घर या जारी रखेंगे आंदोलन? कल किसानों की अहम बैठक