Jamia CUET: जामिया मिलिया इस्लामिया ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 से स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों को एडमिशन देने के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) को अपनाने का फैसला किया है. अब जामिया में 59 स्नातक पाठ्यक्रमों में से आठ में छात्रों का एडमिशन सीयूईटी के माध्यम से कराएगा. इस बात का निर्णय सोमवार को विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में लिया गया है.


इस बात का जानकारी जामिया ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को भी सूचना दे दी है. सीयूईटी द्वारा होने वाले पाठ्यक्रम में छात्र बीए इतिहास, अर्थशास्त्र, हिंदी, संस्कृत, फ्रेंच और फ्रैंकोफोन अध्ययन, स्पेनिश और लैटिन अमेरिकी अध्ययन, बीएससी जैव प्रौद्योगिकी और बीवीओसी सौर ऊर्जा में एडमिशन ले सकते हैं.


जामिया ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि 59 पाठ्यक्रमों में इंजीनियरिंग और डेंटल (बीडीएस) पाठ्यक्रम भी शामिल हैं. इनके लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के माध्यम से एडमिशन होते रहेंगे. बाकी शेष पाठ्यक्रमों के लिए जामिया का अपना एडमिशन का प्रोसेस होगा. अल्पसंख्यक संस्थान होने के नाते जामिया की अपनी प्रवेश प्रक्रिया है. हालांकि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने हाल ही में स्पष्ट किया कि अल्पसंख्यक संस्थानों सहित सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को इस वर्ष से CUET को अपनाना चाहिए. 


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दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज जैसे शहर के अन्य अल्पसंख्यक संस्थानों ने अभी तक कोई घोषणा नहीं की है. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय समेत अधिकांश केंद्रीय विश्वविद्यालय कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को पहले ही लागू कर चुके हैं. यूजीसी का कहना है कि यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) शिक्षा के समानीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है.