Happy Janmashtami 2022 Wishes: भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव हर साल जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. इसे लेकर देशभर के सभी मंदिरों में तैयारियां की जाती है. खासतौर पर दिल्ली के इस्कॉन टेंपल में जन्माष्टमी का उत्सव बड़े ही धूमधाम और अनोखे तरीके से मनाया जाता है. राजधानी दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन टेंपल में भी जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां की जा रही है. जन्माष्टमी के लिए जहां मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है तो वहीं एंट्रेंस और एग्जिट को लेकर भी तैयारियां की गई है. सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. इसके साथ ही मंदिर परिसर में भव्य पंडाल लगाया गया है जहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तमाम व्यवस्थाएं की गई है.


सभी इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी 19 अगस्त को मनेगी


ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर के कम्युनिकेशन डायरेक्टर वीएन दास ने बताया कि देश के साथ-साथ विश्व भर के इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी इस बार 19 अगस्त को मनाई जाएगी. इसके लिए महीनों से तैयारियां की जा रही है. इस बार उत्साह इसीलिए भी ज्यादा है क्योंकि पिछले 3 सालों से कृष्ण जन्मोत्सव उस प्रकार से नहीं मनाया जा सका है जैसा कि मनाया जाता रहा है. बीते 3 सालों में महामारी के चलते अधिक संख्या में लोगों को मंदिर में आने की अनुमति नहीं थी. आम लोगों की एंट्री पर भी पाबंदी लगाई गई थी लेकिन इस बार इस्कॉन मंदिर में आम लोग जन्माष्टमी के मौके पर आकर ठाकुर जी के दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए इस्कॉन प्रशासन ने जिला प्रशासन और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर सभी तैयारियां की है.


थाईलैंड और साउथ इंडिया से फूल मंगाए गए


वीएन दास ने बताया कि इस बार जन्माष्टमी के मौके पर मंदिर में गोल्डन थीम रखी गई है. मंदिर प्रांगण में सजावट के लिए थाईलैंड और साउथ इंडिया से फूल मंगाए गए हैं. इस्कॉन मंदिर में ठाकुर जी की पोशाक हर बार की तरह इस बार भी वृंदावन में खास तरीके से तैयार की जा रही है और वही पोशाक जन्माष्टमी के मौके पर भगवान को पहनाई जाएगी. इसके अलावा 1008 तरीके के व्यंजनों का भोग जन्माष्टमी के मौके पर ठाकुर जी को लगाया जाएगा.


कैसे होगी एंट्री?


इस्कॉन मंदिर में इस बार आम लोगों को जन्माष्टमी के दिन दर्शन करने की अनुमति होगी जिसके लिए गेट नंबर 1 और 2 से एंट्री दी जाएगी. गेट नं. 3 और 4 से वीआईपी एंट्री रखी गई है. इसके अलावा मंदिर प्रशासन की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है. मंदिर में जगह-जगह लाउडस्पीकर लगाए गए हैं जहां पर लोगों को सभी निर्देश बताए जा रहे हैं. पार्किंग को लेकर और कोरोना से बचाव के लिए जो जरूरी नियम है उनके पालन को लेकर भी हिदायत दी जा रही है. जन्माष्टमी के मौके पर सभी श्रद्धालु आराम से दर्शन कर सके इसके लिए अलग-अलग लाइनों के लिए बैरिकेट्ड बनाए गए हैं जिसमें महिला-पुरुष और बुजुर्गों की अलग-लाइन रखी गई है. इसके साथ ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रसाद और भंडारे का भी आयोजन किया गया है.


1008 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा


इस्कॉन मंदिर की तरफ से वीएन दास ने बताया कि 19 अगस्त यानी जन्माष्टमी के दिन शाम 4:30 बजे ठाकुर जी की मंगला आरती शुरू हो जाएगी. इसके बाद 7:30 बजे श्रृंगार आरती और फिर इस्कॉन मंदिर के फाउंडर भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद जी की आरती की जाएगी. उन्होंने बताया कि शाम 7:30 बजे से लेकर रात 1:00 बजे तक सभी श्रद्धालुओं के लिए इस्कॉन मंदिर खुला रहेगा जिससे श्रद्धालु जन्माष्टमी के दिन आकर ठाकुर जी के दर्शन कर सकें. रात 10:00 बजे से 12:00 बजे तक भगवान का अभिषेक किया जाएगा. ठीक 12:00 बजे ठाकुर जी को 1008 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा.


जन्माष्टमी यानि भगवान कृष्ण का जन्मदिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था. इसीलिए इस दिन को भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी के रूप में मनाते हैं. ऐसे में इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी के मौके पर 51 तरीके के केक बनाए गए हैं. जन्माष्टमी के दिन रात 12:00 बजे 108 किलों के इन केक का भोग भगवान को लगाया जाएगा. जन्माष्टमी के मौके पर इस्कॉन मंदिर में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस की गाइडलाइंस के मुताबिक सभी व्यवस्था की जा रही है. इस्कॉन मंदिर में दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ-साथ इस्कॉन के 500 सुरक्षाकर्मी और 2500 सेवादार भी अपनी भागीदारी देंगे. 


Delhi News: चाइनीज मांझे ने काटे बेजुबानों के पर, 15 अगस्त के दिन करीब 200 पक्षी हुए घायल


Delhi News: कन्हैया कुमार ने कहा- देश में सरकारी संपत्ति की लूट और सरकार के दोस्तों को छूट मिली हुई है