Delhi Murder Case : दिल्ली में नाबालिग लड़की की हत्या के खिलाफ JNU के छात्रों का जस्टिस मार्च, हैवानों के खिलाफ केंद्र बनाए और सख्त कानून
Delhi : दिल्ली नाबालिग लड़की की हत्या के खिलाफ जेएनयू एबीवीपी द्वारा आयोजित जस्टिस मार्च में भारी संख्या में छात्र शामिल हुए.
Delhi News: दिल्ली में नाबालिग लड़की की खौफनाक हत्याकांड को लेकर पुरे देश में आक्रोश का माहौल है. अब देश की शिक्षण संस्थानों से भी आरोपी को फांसी देने की मांग उठ रही है. भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में से एक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भी छात्रों ने इस घटना पर दुख जताया और जस्टिस मार्च निकालकर आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट के तहत फांसी देने की मांग की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में एक जस्टिस मार्च निकाला गया, जिसमें मृतक के साथ हुए अमानवीय कृत्य पर छात्रों ने भारी विरोध जताया.
दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में 16 साल की लड़की हत्याकांड को लेकर गंगा ढाबा से साबरमती ढाबा तक जस्टिस मार्च निकाला गया, जस्टिस मार्च में भारी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुईं. इसके अलावा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी मार्च में उपस्थित रहे. इस घटना को लेकर छात्रों ने भारी विरोध जताया और कहा कि इस मामले पर जल्द से जल्द सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में किया जाए. हत्यारोपी साहिल सरफराज को फांसी की सजा दी जाए, जिससे ऐसे साहिल और उसके जैसे हैवानों को सबक मिल सके.
सख्त कानून बनाने की मांग
एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद JNU के मंत्री विकास पटेल ने कहा कि उन्मादी लड़के लगातार सामने लड़कियों को शिकार बना रहे हैं. कभी किसी लड़की पर चाकू से 40 वार कर तो कभी उनके शरीर के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रख दिया जाता है. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है कि केंद्र और राज्यों की सरकारें इस प्रकार के मामलों के खिलाफ कड़ा कानून लाए. ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके .
वीडियो फूटेज देखकर कांप उठती हैं रूहें
JNU जस्टिस मार्च में मौजूद छात्राओं ने भी कहा कि दिल्ली की 16 वर्ष की छात्रा के साथ जो हुआ, उस घटना का फूटेज देखकर रूह कांप जाती है. भारतीय न्यायपालिका और सरकार के द्वारा ऐसी आपराधिक मानसिकता रखने वाले दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा का प्रावधान बनाना चाहिए, जिससे ऐसा अपराध करने की कोई हिम्मत ना करें.