Delhi Crime News: दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में ज्वेलरी चोरी मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हाई-प्रोफाइल चोरी के मामले में एक रिसीवर समेत कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है. डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि 21 फरवरी को ग्रेटर कैलाश-1 पुलिस को घर में चोरी की सूचना मिली थी. पीड़ित परिवार फरीदाबाद स्थित सूरजकुंड गया हुआ था. दोपहर वापस लौटने पर घर का मुख्य दरवाजा टूटा हुआ पाया.
चोर 50-60 लाख रुपये की ज्वेलरी और 5-6 लाख रुपये कैश पार कर चुके थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी डिफेंस कॉलोनी और एसएचओ जीके-1 के नेतृत्व में पुलिस की स्पेशल टीम बनाई गई. स्पेशल टीम में एसआई संदीप कुमार, एएसआई कमलेश, कॉन्स्टेबल दिनेश, सुमित और राजनेश शामिल थे. घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. फुटेज में चार संदिग्ध घर की रेकी करते नजर आए. रेकी के बाद घर में घुसने और बाहर निकलने की तस्वीर भी कैद हुई है.
ज्वेलरी चोरी मामले का खुलासा
तकनीकी निगरानी और मुखबिरों की मदद से पहचान सुनिश्चित करने का काम किया गया. संदिग्धों की पहचान प्रधान, रणजीत सिंह, बाबूलाल और प्रकाश के रूप में हुई. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने प्रधान, भंवर सिंह उर्फ भोरा सिंह, एक महिला और रिसीवर रामावतार सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के पास से गोल्ड और डायमंड का नेकलेस, सोने की चेन, अंगूठियां, चांदी की चूड़ियां और एक घड़ी बरामद की गई.
CCTV से संदिग्धों की पहचान
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वारदात के बाद अजमेर भाग गए थे. अजमेर पहुंचकर उन्होंने जेवरात का आपस में बंटवारा कर लिया था. चोरी का जेवर बेचने में रणजीत के माता-पिता की भी मदद ली गई. जेवरात रामावतार सोनी से बेचे गए थे. पुलिस ने खेत में छिपाए गए जेवरात को भी बरामद कर लिया. गहने चोरी के मुख्य आरोपी रणजीत, बाबूलाल और प्रकाश अभी फरार हैं.
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