Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के अलग-अलग चुनाव लड़ने पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के भाई और दुमका विधायक बसंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में भले ही 'इंडिया' गठबंधन के दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हो, लेकिन जनता जानती है कि किसे वोट देना है और किसे नहीं देना है.
एबीपी न्यूज से खास बातचीत करते हुए विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि दिल्ली में आप और कांग्रेस के विचार मेल नहीं खाते हैं. इसलिए दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है, लेकिन इससे बीजेपी को फायदा नहीं होगा. जनता जानती है कि किसे वोट करना है और किसे नहीं करना है. यह आने वाली 5 फरवरी को वोटिंग से स्पष्ट हो जाएगा.
झामुमो द्वारा केंद से कोयला रॉयल्टी मांगने के सवाल पर बसंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के हक, अधिकार और विकास के लिए केंद्र सरकार को बकाया राशि जल्द देना चाहिए, ताकि राज्य का विकास निरंतर चलता रहा. वहीं बीजेपी द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठ पर उठाए गए सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों को बरगलाने और भड़काने का काम न करें, क्योंकि लोग यहां शांति और भाईचारे के साथ रहते हैं.
JMM बिहार में लड़ेगी चुनाव?
उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी की जिन प्रदेशों में सरकार है, क्या वहां बांग्लादेशी घुसपैठ नहीं है. उन प्रदेशों के आंकड़े हमारे पास हैं. इस प्रदेश में लोग सुख-शांति से रहते हैं, यहां उनकी जो सोच और मनसूबे हैं वो पूरे नहीं होंगे. बिहार में झामुमो के विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर बसंत सोरेन ने कहा कि पार्टी के विस्तार लिए झामुमो अन्य प्रदेशों में भी चुनाव लड़ेगी. बिहार में होने वाले चुनाव में पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसको लेकर बातचीत चल रही है.
झारखंड दिवस की तैयारी तेज
बता दें 46वें झारखंड दिवस (झामुमो की स्थापना दिवस) को लेकर झामुमो ने दुमका को दुल्हन की तरह सजाया है. पूरे शहर में झंडा, बैनर और होर्डिंग लगाई गई है. इस बार झारखंड दिवस को ऐतिहासिक बनाने के लिए करीब दो हफ्ते से झामुझो कार्यकर्ता तैयारी में जुटे हुए हैं. इस कार्यक्रम को हाईटेक बनाने के लिए बसंत सोरेन खुद कमान संभाले हुए हैं. 2 फरवरी को पूरे संताल परगना के छह जिलों से लोग दुमका गांधी मैदान पहुंचेंगे, जहां देर रात तक सभा चलेगी.
इस सभा में झामुमो के सभी 35 विधायकों के अलावा सांसद, मंत्री और मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे. वहीं शिबू सोरेन के भाषण के बाद सभा समाप्त होगी.झारखंड दिवस के दिन दुमका के एसपी कॉलेज से रैली निकलती है, जिसमें हजारों की भीड़ में पैदल आदिवासी महिला, पुरुष, बुजुर्ग और बच्चे पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र लिए गांधी मैदान पहुंचते हैं. इसमें इस बार झारखंड आंदोलन के शहीदों के याद में 46 झंडे भी होंगे.