JNU News Delhi: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के लिए हुए चुनाव कल सम्पन्न हो गया. बीते 10 वर्षों की तुलना में इस बार छात्रों ने रिकॉर्ड मतदान किए. बात करें मतदान प्रतिशत की तो इस बार 73 प्रतिशत छात्रों ने अपने मत का प्रयोग किया. मतदान के लिए कैम्पस में 17 केंद्र बनाए गए थे. 


हालांकि, मतदान कल निर्धारित समय 9 बजे से दो घंटे की देरी से शुरू हुआ, जिस कारण शाम की पाली में मतदान के लिए छात्रों को अतिरिक्त डेढ़ घंटे का समय दिया गया और मतदान तय समय 2 से 5 बजे तक के बदले देर शाम 7 बजे तक चला.


चार साल बाद हुए जेएनयूएसयू के चुनाव


जेएनयू में मतदान देर से शुरू होने पर जेएनयूएसयू के लिए बनाई गई स्वायत्त चुनाव समिति ने बताया कि लॉजिस्टिक परेशानी की वजह से मतदान देर से शुरू हुआ. इस दौरान एक दूसरी घटना में एबीवीपी के खिलाफ चार संगठन के लेफ्ट गठबंधन के तहत सचिव पद पर चुनाव लड़ रही स्वाति सिंह की उम्मीदवारी रद्द कर हो गई. जिसे लेकर भी काफी हंगामा हुआ. 


लेफ्ट ने बापसा की प्रत्याशी को अपना समर्थन देकर छात्रों से उन्हें वोट देने की अपील की. इन सब उठा-पटक और हंगामे के बावजूद कल रिकॉर्ड मतदान हुआ, जिसका सबसे बड़ा कारण रहा, जेएनयू में चार साल बाद छात्र संघ का चुनाव होना. साल 2019 में हुए अंतिम चुनाव के बाद कोविड कि वजह से अभी तक चुनाव नहीं हो पाए थे, जिस वजह से नए छात्रों में चुनाव और मतदान के लिए काफी उत्साह नजर आया.


बीते 10 वर्षों का मतदान आंकड़ा


बता दें कि जेएनयू में इस बार कुल 7751 मतदाता थे, जिन्होंने बड़ी संख्या में इस बार के मतदान में हिस्सा लिया. बात करें बीते चनावों में मतदान के प्रतिशत की तो, इससे पहले 2019 में 67.9 प्रतिशत छात्रों ने मतदान किया था. 2018 में 67.8 प्रतिशत, 2017 में 58.69 प्रतिशत, 2016 में 59.6 प्रतिशत और 2015 में 53.3 प्रतिशत छात्रों ने वोट डाले थे. 2014 के चुनाव में 54. 58 प्रतिशत, 2013 में 52.22 प्रतिशत, 2012 में 65.82 प्रतिशत, 2011 में 58.2 प्रतिशत और 2010 में 52.34 प्रतिशत छात्रों ने मतदान किये थे.


आज आएंगे चुनाव के परिणाम


जेएनयूएसयू चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए 18 और 42 काउंसलर के पदों के लिए 111 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे थे. चूंकि, मतदान देर से शुरू हुआ था, इसलिए इसकी गणना भी देर रात शुरू की जा सकी और आज सबसे पहले 42 काउंसलर के पदों के नतीजे आएंगे, जबकि सेंट्रल पैनल के चार पदों के नतीजे कल यानी रविवार को आएंगे. हालांकि, चुनाव समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने बताया कि अगर मतगणना का काम जल्दी पूरा हो गया तो नतीजे शनिवार शाम को भी घोषित हो सकते हैं.


चार दलों ने मिलकर बनाया लेफ्ट गठबंधन


जेएनयूएसयू चुनाव के लिए आइसा, स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (SFI), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) और ऑल इंडिया आल स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) ने मिल कर लेफ्ट गठबंधन बनाया है. अध्यक्ष पद पर आइसा के धनंजय, उपाध्यक्ष पद पर एसफआइ के अविजीत घोष, संयुक्त सचिव पद पर मोहम्मद साजिद को उम्मीदवार बनाया है. सचिव प्रत्याशी स्वाति सिंह की उम्मीदवारी रद होने पर लेफ्ट गठबंधन ने बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (BAPSA) की सचिव प्रत्याशी प्रियांशी आर्या को समर्थन दे दिया. जबकि, एबीवीपी ने अध्यक्ष पद पर उमेश चंद्र अजमीरा, उपाध्यक्ष पर दीपिका शर्मा, सचिव पर अर्जुन आनंद और संयुक्त सचिव पर गोविंद दांगी को उतारा. 


बापसा ने अध्यक्ष के लिए विश्वजीत मिंजी, उपाध्यक्ष पर मोहम्मद अनस और संयुक्त सचिव पर रूपक कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया था. एनएसयूआइ ने अध्यक्ष पर जुनैद रजा एवं सचिव पद पर फरीन जैदी को उतारा. सीआरजेडी से अफरोज आलम, समाजवादी छात्र सभा से आराधना यादव और दिशा छात्र संगठन से सार्थक नायक अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे. शुक्रवार रात करीब 11 बजे बैलेट पेपर से हुए मतों की गणना शुरू हुई. अंतिम नतीजे शनिवार देर रात या रविवार को आ सकते हैं.


JNU Election 2024: JNU में सालों बाद रिकॉर्ड तोड़ 73% मतदान, 111 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटी में बंद