लापता छात्र नजीब अहमद को न्याय दिलाने की मांग के साथ छात्र संगठनों ने जेएनयू में निकाला मार्च
लापता नजीब अहमद को न्याय दिलाने की मांग को लेकर छात्र संगठनों ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंदर सामूहिक रूप से मार्च निकाला.

Najeeb Ahmed Missing Case: लापता नजीब अहमद को न्याय दिलाने की मांग को लेकर छात्र संगठनों ने बृहस्पतिवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंदर सामूहिक रूप से मार्च निकाला. नजीब कथित तौर पर वर्ष 2016 में कैंपस से लापता हो गया था. तब से लेकर आज तक नजीब की कोई खबर नहीं मिली. बहुत तलाशे जाने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा.
कई संगठनों ने लिया मार्च में भाग -
स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन, बापसा, फ्रेटरनिटी मूवमेंट, एमएसएफ और कांग्रेस से जुड़े एनएसयूआई संगठनों ने इस मार्च में भाग लिया जो गंगा ढाबे से शुरू हुआ और परिसर में ही स्थित साबरमती ढाबे पर जाकर खत्म हुआ.
कब से मिसिंग हैं नजीब -
दोस्तों और परिवार के लोगों के मुताबिक नजीब अहमद 15 अक्टूबर 2016 को माही-मंडावी छात्रावास में एबीवीपी के कुछ छात्रों के साथ विवाद के बाद लापता हो गए थे. शुरुआत में मामले की जांच दिल्ली पुलिस द्वारा की गई और फिर इसे सीबीआई को सौंप दिया गया था, जिसने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी.
मार्च में उठी ये मांग -
छात्र संगठनों द्वारा किए गए मार्च में लापता नजीब के बारे में आज उठाई गई. विश्वविद्यालय के अंदर ढपली की आवाजें गूंजी और इस दौरान लगभग 100 छात्र तख्तियां लिए हुए थे, जिसमें लिखा था कि 'नजीब कहां है?' छात्रों ने परिसर में मार्च किया और नजीब को वापस लाने की मांग करते हुए नारे भी लगाए.
बहुत खोज़ के बाद भी नहीं लगा कुछ हाथ –
नजीब के लापता होने के करीब एक महीने बाद उनकी मां फातिमा नफीस ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर पुलिस को उनके बेटे की तलाश के लिये निर्देश देने की मांग की थी.
हालांकि काफी कोशिशों के बाद भी पुलिस इस मामले में कोई भी सुराग पाने में नाकाम रही थी.
इस मामले में परिवार की तरफ से सीबीआई जांच की मांग को लेकर किये जा रहे अनुरोध पर अदालत ने मामला जांच एजेंसी को सौंप दिया था. तब से लेकर आज तक नजीब का पता नहीं चला.
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