JNU Protest News: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों ने अपनी भूख हड़ताल गुरुवार (22 अगस्त) को 12वें दिन भी जारी रखी और क्लास का बहिष्कार किया. हड़ताल का नेतृत्व करने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए बड़ी संख्या में छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया.
कुछ विद्यालयों, विशेषकर संस्कृत एवं भारतीय अध्ययन विद्यालय (एसएसआईएस) के केवल कुछ ही विद्यार्थी कक्षाओं में उपस्थित हुए, जबकि अन्य सभी कक्षाएं स्थगित रहीं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की जेएनयू इकाई के अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे के अनुसार संगठन ने इस हड़ताल में भाग नहीं लिया.
मंत्रालय से समस्याओं का समाधान करने का किया है आग्रह
हालांकि आरएसएस से संबद्ध छात्र निकाय एबीवीपी पिछले 31 दिनों से विभिन्न छात्र-संबंधी मुद्दों को लेकर परिसर में अलग से हड़ताल पर है. जेएनयूएसयू ने हड़ताल को शुक्रवार (23 अगस्त) तक जारी रखने का आह्वान किया है, जिसके बाद उनकी शिक्षा मंत्रालय तक एक लंबा मार्च निकालने की योजना है.मंत्रालय से जेएनयूएसयू ने इस मामले में हस्तक्षेप करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने का आग्रह किया है.
छात्रों के मांग में यह है शामिल
जेएनयूएसयू की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल 11 अगस्त को 'साबरमती टी प्वाइंट' के पास शुरू हुई थी. यह भूख हड़ताल छात्रवृत्ति राशि बढ़ाने सहित उनकी विभिन्न मांगों के प्रति विश्वविद्यालय के कथित गैर-जिम्मेदाराना रवैये के खिलाफ शुरू हुई थी. उनकी मांगों में जाति जनगणना, परिसर में विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध हटाना और परिसर में विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने वाले छात्रों के खिलाफ शुरू की गई 'प्रॉक्टोरियल' जांच को वापस लेना भी शामिल है.
बुधवार को कुलपति शांतिश्री डी पंडित ने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की और उनसे भूख हड़ताल खत्म करने का आग्रह किया. हालांकि, छात्रों ने हड़ताल जारी रखी और 23 अगस्त को शिक्षा मंत्रालय तक मार्च निकालने का आह्वान किया है.
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