JNU Student Reaction On Independence Day: देश को आजाद हुए 77 वर्ष पूरे हो गए. कल (15 अगस्त) देश और दुनिया में 78वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा. कल का दिन सभी भारतीयों के लिए जश्न मनाने के साथ यह मंथन करने की है कि पिछले 77 सालों में हमने क्या किया और अब क्या ऐसा रह गया है जो करने की जरूरत है? ताकि 2047 तक विकसित भारत के सपने के लक्ष्य को हम हासिल कर सकें. 


इसी मसले पर एबीपी लाइव की टीम दिल्ली स्थित देश के प्रसिद्ध जवाहर लाल यूनिवर्सिटी पहुंची. टीम ने जेएनयू में पढ़ाई के साथ शोध कर रहे छात्रों से बाचतीत की. छात्रों ने इस मसले पर खुलकर अपने विचार साझा किए.


पिछड़े तबके को आगे लाना होगा 


आजादी के 77 वर्षों में देश में क्या बदलाव आया और हमने कितनी तरक्की की को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में जेएनयूएसयू के अध्यक्ष और वहां से पीएचडी कर रहे धनंजय ने कहा, 'सामंतवाद, औपनिवेशिक नियमों, साम्राज्यवादी ताकतों को हराकर हम आगे बढ़े. आजादी के बाद के वर्षों में कोशिश की गई कि समाज के हर तबके के लोग और ऊपर उठें, लेकिन 77 साल में जितनी तरक्की देश की होनी चाहिए थी, उसमें कहीं न कहीं आज भी ऐसी स्थिति बनी हुई है कि समाज का एक तबका पीछे है. जिन्हें आगे लाने के लिए सभी को हर स्तर पर सोचना होगा. 


इन पहलुओं पर ध्यान देने की जरूरत


हमने, विभिन्न क्षेत्रों, जैसे विज्ञान के क्षेत्र में, सामाजिक स्तर आदि पर तरक्की की है, लेकिन आज भी विश्वविद्यालयों में दलित-आदिवासी महिलाओं की संख्या में कमी देखने को मिलती है. इसके साथ ही सांप्रदायिकता, जिसे खत्म कर देश आगे बढ़ा, लेकिन आज भी उसके नाम पर दंगे भड़काए जाते हैं. जबकि संविधान कहता है कि हमे सौहार्द और भाई चारे की भावना को बनाये रखने की जरूरत है. 


ऐसे कई सवाल हैं, जिनका विश्लेषण करते हुए हमें आगे बढ़ना है. ताकि हम और भी भारत और ज्यादा बेहतर देश बन सके. देश मे अभी शिक्षा के स्तर पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है.


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