JNU Teachers Demand: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (JNUTA) ने मांग की है यूनिवर्सिटी (JNU Admissions 2022) की विभिन्न कक्षाओं में एडमिशन के लिए पुराने तरीके को अपनाया जाए. यूनिवर्सिटी अपना खुद का एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करती थी और वही सही तरीका है. दरअसल सीयूईटी (CUET 2022) में हो रही देरी से यहां के टीचर्स खासा परेशान हैं और इस वजह से उन्होंने ये डिमांड रखी है. उनका कहना है कि धीरे-धीरे नया सेशन शुरू होने में बहुत देर हो रही है. कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के आयोजन में आ रही दिक्कतों को देखते हुए उन्होंने पुराने टाइम टेस्टेड तरीके पर भरोसा जताया है.
इस वजह से उठी मांग –
ये मांग तब उठी जब तकनीकी कारणों के कारण कई स्थानों पर सीयूईटी परीक्षा कैंसिल करनी पड़ी. अब इन जगहों पर सीयूईटी एग्जाम को फिर से रीशेड्यूल किया गया है. यानी परीक्षा आयोजन की नई तारीखें घोषित की गई हैं. इससे सीयूईटी परीक्षा जो पहले 20 अगस्त को खत्म होनी थी अब 28 अगस्त तक चलेगी. इससे पूरा सेशन लेट हो रहा है.
एनटीए से एग्रीमेंट तोड़ने की उठी मांग –
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जेएनू के टीचर्स ऑर्गेनाइजेशन ने जनरल बॉडी मीटिंग में ये मुद्दा उठाया और कहा कि जेएनयू को एनटीए के साथ हुए करार को खत्म कर देना चाहिए. इसके साथ ही अपने पुराने तरीके पर वापस आ जाना चाहिए, जिममें अंडर ग्रेजुएट कोर्सेस में एडमिशन के लिए यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट लिया जाता था. इसका आयोजन भी एनटीए द्वारा ही होता था लेकिन ये छोटे स्तर पर आयोजित होता था.
सीयूईटी के सेंकेड फेज में आयी समस्याएं –
सीयूईटी-अंडरग्रेजुएट का दूसरा चरण, जो पिछले गुरुवार से शुरू हुआ था, गड़बड़ियों से भरा हुआ था, जिससे उन छात्रों को परेशानी हुई, जिन्हें परीक्षा केंद्रों से वापस भेज दिया गया था. गुरुवार को 17 राज्यों के कई केंद्रों पर पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई, जबकि दूसरी पाली के सभी 489 केंद्रों पर परीक्षा रद्द कर दी गई. शुक्रवार को 50 केंद्रों पर और शनिवार को भी इसी तरह की स्थिति की आशंका जताते हुए, एजेंसी ने 53 केंद्रों पर इस दिन के लिए सीयूईटी-यूजी रद्द कर दिया था.
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