JNU VC: जेएनयू की वीसी शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित को श्रीमती सुषमा स्वराज स्त्री शक्ति सम्मान 2022 से किया सम्मानित
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित को मंगलवार को पूर्व विदेश मंत्री के नाम पर श्रीमती सुषमा स्वराज स्त्री शक्ति सम्मान-2022 से सम्मानित किया गया.
भारत की पूर्व विदेश मंत्री के नाम पर श्रीमती सुषमा स्वराज स्त्री शक्ति सम्मान-2022 से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की वीसी शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित को मंगलवार को सम्मानित किया गया है. एक्शन-कम-एडवोकेसी प्लेटफॉर्म और री-थिंक इंडिया इंस्टीट्यूट के अनुसार शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित को रैंकों के माध्यम से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अपनी पहली महिला वीसी के रूप में शीर्ष शैक्षणिक नेतृत्व ग्रहण करने के लिए एक यह पुरस्कार दिया गया है. शांति और निरस्त्रीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए संस्थान ने कई महिला दिग्गजों को पुरस्कार प्रदान किए है.
हाल ही में शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित हुए एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में फेमनिस्ट को लेकर दिए बयान को लेकर चर्चा में थीं. शांतिश्री डी पंडित ने कहा था कि द्रौपदी और सीता पहली फेमनिस्ट थी. इसके साथ ही शांति श्री ने कहा था कि कई लोग मानते हैं कि नारीवाद और महिला अधिकार मार्क्स के साथ शुरू हुए और वहीं समाप्त हो गए, लेकिन मैं आपको बता दूं कि पहली नारीवादी द्रौपदी और सीता थीं. जेएनयू की वीसी ने शांतिश्री धूलिपुडी पंडित ने कहा कि भारत ने अंग्रेजों से'लोकतांत्रिक मूल्य नहीं सीखे वरना म्यांमार और पाकिस्तान भी लोकतंत्र बन जाएंगे.
कई भाषाओं की जानकार हैं जेएनयू की वीसी
बता दें कि फरवरी में ही शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित को जेएनयू का नई कुलपति नियुक्त किया गया था. वह जेएनयू में एक प्रोफेसर थीं और इससे पहले वह सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में राजनीति और लोक प्रशासन विभाग पढ़ा रही थीं. जेएनयू की वीसी शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित रूस के सेंट पीटर्सबर्ग शहर में पैदा हुई थीं. वह तेलुगु, तमिल, मराठी, हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, कन्नड़, मलयालम और कोंकणी जैसी कई भाषाओं की जानकार हैं.