Justice Shekhar Kumar News: देश के चर्चित अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव के बयान पर महाभियोग चलाने के लिए राज्यसभा महासचिव को नोटिस दिया है. जस्टिस शेखर ने 9 दिसंबर को हाई कोर्ट परिसर में विवादित बयान दिया था.
उन्होंने कहा, "जब किसी जज की नियुक्ति होती है तो वो संविधान की रक्षा का शपथ लेता है. जो जज संविधान की रक्षा का शपथ लेने के बाद संविधान पर ही आक्रमण करे तो हमारा मानना है कि उस जज को उस पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें हटाया जाना चाहिए. इसी संबंध में हमने न्यायाधीश को हटाने के लिए प्रस्ताव पेश किया है."
पीएम मोदी ओर अमित शाह से की ये अपील
कपिल सिब्बल ने कहा, "जो उन्होंने कहा है मैं समझता हूं कि कोई राजनेता भी कभी वैसा नहीं कहेगा. यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है बल्कि संविधान और न्यायपालिका की स्वतंत्रता की रक्षा का मुद्दा है. हम प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं से संविधान की रक्षा में हमारा साथ देने का आग्रह करते हैं."
उन्होंने कहा, "अगर वो हमारे साथ नहीं आते तो देश को पता लग जाना चाहिए कि किस तरफ वो हैं और किस तरफ हम हैं. क्यों कि इसमें कोई राजनीति की बात नहीं है. हमारे देश में कोई नहीं चाहेगा कि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज एक तरफा बयान दें जिससे संविधान का रोज उल्लंघन हो. हम चाहेंगे कि सुप्रीम कोर्ट को भी न्यायाधीश को हटाने का आदेश देना चाहिए और प्रस्ताव पर निर्णय होने तक उन्हें कोई काम नहीं सौंपा जाना चाहिए. 55 सांसदों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं. "
शेखर कुमार यादव ने क्या कहा था?
बता दें, जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कहा था, "कठमुल्ला शब्द गलत है लेकिन यह कहने में परहेज नहीं है क्योंकि वो देश के लिए बुरा है. वो जनता को भड़काने वाले लोग हैं. देश आगे न बढ़े, इस प्रकार की सोचने वाले लोग हैं, उनसे सावधान रहने की जरूरत है."