Kailash Gahlot Statement on Delhi Budget Controversy: दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि देश की इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि एक चुनी हुई सरकार को बजट पेश करने नहीं दिया जा रहा है. दुःख और भारी मन से बताना चाहता हूं कि केंद्र सरकार ने दिल्ली का बजट पेश होने से रोक दिया.
एलजी विनय सक्सेना को पता था कि आज बजट पेश होना है. 10 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्रालय को पूरा बजट भेज दिया गया. कल दो बजे मुझे पता चला कि एमएचए ने कुछ क्वेरी रेज की है. मैंने उसके बाद सीएस और वित्त सचिव से बात की. उन्हें कहा कि एमएचए से जो आया है उसे मुझे भेजिए.
बजट पेश करने से रोकर असंवैधानिक
कैलाश गहलोत ने कहा कि सोमवार यानि 19 मार्च शाम छह बजे फाइल आई. उसे तुरंत मैंने देखा. सवालों का जवाब बनाया. सीएम से बात की और नौ बजे एलजी को भेज दिया. वहां से साढ़े दस बजे फाइल लौटी. दिल्ली सरकार में वित्त और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि अगर चुनी हुई सरकार को अपना बजट भी पेश नहीं करने दिया जाएगा तो इससे बड़ा कुछ असंवैधानिक नहीं हो सकता है. मैंने सुबह फाइनेंस सेक्रेटरी से बात की है. उन्होंने बताया है कि गृह मंत्रालय को फाइल सबमिट कर दी गई है.
दस मार्च को जो बजट हमने भेजा था, उसकी क्वेरी मेल के द्वारा 17 को शाम पांच बजे आई थी, लेकिन वित्त मंत्री को पता नहीं है कि ऐसा कुछ हुआ है. मुख्य सचिव को वित्त मंत्री के संज्ञान में इसे लाना चाहिए था. अगर ऐसा है तो चुनी हुई सरकार किसलिए है, वित्त मंत्री किसलिए हैं, सीएम किसलिए हैं, जब सारी चीजें लिगल तरीके से हैं तो फिर ऐसा क्यों हो रहा ये सब? अगर बजट पेश नहीं होता है तो सबकी तनख़्वाह रुक जाएगी. मैंने जो तथ्य रखे हैं उनकी पूरी जांच होनी चाहिए.
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