Delhi Kanjhawala Death Case: दिल्ली के कंझावला केस को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से आज गुरुवार (5 जनवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पेशल CP लॉ एंड ऑर्डर दिल्ली सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि आरोपियों का अंजलि से कनेक्शन नहीं है और अंजलि व निधि आरोपियों को जानती नहीं थी. इसके साथ ही पुलिस की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया है कि निधि और उसकी मां के बयानों की जांच होगी. पुलिस ने कहा कि अभी तक हत्या का केस नहीं है और मर्डर के लिए मॉटिव चाहिए. 


कंझावला केस की पूरी टाइमलाइन का जिक्र करते हुए पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पता था गाड़ी में बॉड़ी फंसी है. पुलिस ने बताया कि इस घटना के कुल 7 आरोपी हैं और जिनमें 2 की गिरफ्तारी बाकी है. सीसीटीवी और सीडीआर के आधार पर ये पता चला है कि दो लोग और थे, दीपक ने अपने को ड्राइवर बताया था. हालांकि गाड़ी अमित ड्राइव कर रहा था, आरोपी अमित के पास लाइसेंस नहीं है. पुलिस ने कहा कि इस मामले को लेकर 18 टीम काम कर रही हैं और पुलिस अंजलि को न्याय दिलाएगी. इसके साथ ही लापरवही पर भी कार्रवाई होगी और क्राइम सीन को अच्छे से विजिट कर चुके हैं.


कॉल रिकॉर्ड के आधार पर नहीं मिला लिंक


इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने कहा कि कॉल रिकॉर्ड के आधार पर कोई पुराना लिंक नहीं मिला है, आरोपी और चश्मदीद में भी पुराना लिंक नहीं मिला. ऐसी कोई चीज नहीं जो सेक्सुअल असॉल्ट को इंडीकेट करती हो. इस मामलेक की जांच में कुछ पहलू बाकी है जितनी भी रिकॉर्मेंट होगी उसके हिसाब से प्रॉसेस करेंगे. जांच काफी आगे बढ़ चुकी है लेकिन बहुत जरूरी चीचें बची हुई हैं, छानबीन के बाद हमें पता चला कि लास्ट लोकेशन क्या था. हमें पता चला कि लड़की किसी और के साथ बैठकर आ रही थी, जहां तक ये बात है कि उसने क्यों नहीं रिपोर्ट किया ये हमारे दिमाग में भी है.


MCD Mayor Election: एमसीडी मेयर चुनाव से पहले LG ने 10 पार्षद किए मनोनीत, AAP के लिए खड़ी होंगी मुश्किलें?