Delhi News: देश में मणिपुर (Manipur) और नूंह में हिंसक घटना, महिलाओं को​ निर्वस्त्र कर घुमाने, दिल्ली सेवा विधेयक आदि मसलों को लेकर देश की राजनीति में भूचाल जैसे हालात हैं. इन मसलों के गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) के दौरान मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रखा था. विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार को गिर गया, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की ओर से मणिपुर को लेकर दिए गए बयान पर चर्चित अधिवक्ता और सांसद कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने पलटवार किया है. उन्होंने पीएम को निशाने पर लेते हुए कहा कि इन मसलों पर राजनीति विपक्ष नहीं, आप कर रहे हैं. 


कपिल सिब्बल ने पीएम के बयान पर पलटवार करते हुए शुक्रवार सुबह अपने ताजा ट्वीट में लिखा- पीएम मोदी कहते हैं कि मणिपुर में तीन माह से जारी हिंसा पर विपक्ष राजनीति खेल रहा है. यह काफी नहीं है, पर याद रखें, सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की थी. शीर्ष अदालत ने कहा था, 'यह संवैधानिक लोकतंत्र में अस्वीकार्य है'. पीएम साहब! विपक्ष नहीं बल्कि राजनीत वो खेल रहे है जो जो चुप थे ". बता दें कि सांसद कपिल सिब्बल ने गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह को नसीहत देते हुए कहा था कि आप अनर्गल आरोप के बदले शासन पर ध्यान क्यों नहीं देते? मणिपुर, हरियाणा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में आपकी सरकार है. वहां पर आपकी सरकार का क्या हाल है, यह आप बखूबी जानते हैं. कहीं ऐसा न हो कि आप कर्नाटक के बाद एमपी भी हार जाएं.



कल पीएम मोदी ने क्या कहा था? 


गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि मोशन लाने के लिए आप सभी को धन्यवाद. साथ ही ये भी कहा था कि वो अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत को दुनिया के शीर्ष तीन देशों स्थान दिलाएंगे. इससे आगे पीएम मोदी ने मणिपुर की महिलाओं को आश्वासन दिया कि राज्य में शांति बहाल करने के लिए आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं. भारत और संसद आपके साथ है. राज्य और केंद्र सरकारें प्रदेश में शांति और विकास वापस लाने के लिए सभी प्रयास कर रही हैं, क्योंकि उनकी सरकार ने अविश्वास प्रस्ताव जीत लिया है. इसके जवाब में विपक्ष ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान सदन का बहिष्कार इसलिए किया कि पीएम ने 90 मिनट के अपने भाषण में मणिपुर के मसले पर ठीक से नहीं रखा. 


यह भी पढ़ें: Delhi Ordinance Bill: 'ये तो अराजकता है' दिल्ली सेवा बिल पर सौरभ भारद्वाज बोले- 'किस बात के विश्वगुरु, आपको...'