Justice Shekhar Yadav Statement: इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव के विश्व हिंदू परिषद (VHP) के एक कार्यक्रम में दिए गए बयान पर राज्यसभा के सांसद और वकील कपिल सिब्बल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये भारत को तोड़ने वाली बात है. राजनेता भी ऐसी बात नहीं करते हैं और वो तो संविधान की रक्षा के पद पर बैठे हैं. उनको ये शब्द शोभा नहीं देते हैं.


कपिल सिब्बल ने कहा, "ऐसे बयान देने वाले जज की नियुक्त कैसे होती है. ऐसे बयान देने की लोगों की हिम्मत कैसे होती है. ये 10 साल में ही क्यों हो रहा है. कुछ लोग हैं जो ऐसे बयान देते हैं और इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो जाते हैं. इसके बाद राज्यसभा सदस्य बन जाते हैं. मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट को सख्त कदम उठाने चाहिए और उस शख्स को कुर्सी पर नहीं बैठने देना चाहिए. एक भी केस उसके पास नहीं जाना चाहिए."


महाभियोग प्रस्‍ताव लाएंगे कपिल सिब्बल


उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, जावेद अली, मोहन झा, सीपीएम पार्टी आदि से चर्चा हुई है और हम लोग जल्द से जल्द मिलेंगे और जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्‍ताव लाएंगे और कोई रास्ता बचा नहीं है, जो भी लोग लोग न्यायपालिका की स्वतंत्रता में विश्वास करते हैं, वे सारे लोग हमारे साथ आएंगे.


राज्यसभा सांसद ने कहा कि ये पक्ष-विपक्ष की बात नहीं है, ये न्यायपालिका की स्वतंत्रता की बात है तो पीएम, गृह मंत्री और सत्ता में बैठे लोग हमारा साथ दें, क्योंकि अगर वो नहीं देंगे तो लगेगा कि वो जज के साथ हैं, क्योंकि कोई ऐसा नहीं कर सकता. कोई नेता भी ऐसा बयान नहीं दे सकता है तो एक जज कैसे दे सकता है.


सिब्बल ने कहा कि पीएम और सत्ता पक्ष हमारा साथ दें और महाभियोग प्रस्‍ताव का साथ दें और एक संदेश दें कि कोई भी जज ऐसा बयान नहीं दे सकता है और सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम को देखना चाहिए कि ऐसे लोग जज न बनें.


शेखर कुमार यादव ने क्या कहा था?


बता दें कि जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कहा था, "कठमुल्ला शब्द गलत है लेकिन यह कहने में परहेज नहीं है क्योंकि वो देश के लिए बुरा है. वो जनता को भड़काने वाले लोग हैं. देश आगे न बढ़े, इस प्रकार की सोचने के लोग हैं. उनसे सावधान रहने की जरूरत है."