Delhi News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बुधवार को कहा कि आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार (Keshav Baliram Hedgewar) ने 100 साल पहले हिंदू समाज के स्वाभिमान को जगाने के लिए जो संकल्प लिया था, वह फलीभूत हो रहा है, लेकिन ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को पूरा करने के लिए समुदाय में विभाजन को पाटने की जरूरत है.
जाति-भाषा की बाधा से ऊपर उठना होगा
संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी नरेंद्र कुमार ठाकुर विक्रम संवत के अनुसार हिंदू नव वर्ष की शुरुआत के अवसर पर आरएसएस से संबद्ध संस्कार भारती द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को जाति, भाषा और क्षेत्र की बाधाओं से ऊपर उठना होगा. विक्रम संवत भारतीय उपमहाद्वीप में उपयोग किया जाने वाला एक प्राचीन हिंदू कैलेंडर है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोगों से इस अवसर पर देश की गौरवशाली संस्कृति पर गर्व करने का आह्वान किया.
क्यों मनाया जाता है हिंदू नववर्ष?
आपको बताते चलें कि हिन्दू नववर्ष से ही हमारे देश में नए साल की शुरुआत मानी जाती है. यह नया साल चैत्र महीने में शुरू होता है. भारतीय संस्कृति में ऐसी मान्यता है कि भगवान ब्रह्मा ने इसी दिन से सृष्टि की रचना की शुरुआत की थी. इसी दिन से विक्रम संवत के नए साल की शुरुआत होती है. विक्रम संवत को भारत के अलग अलग राज्यों में गुड़ी पड़वा, उगादी आदि नामों से भी मनाया जाता है. गौरतलब है कि 22 मार्च यानी बुधवार को चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा को विक्रम संवत 2080 की शुरुआत हो गई. हिंदू विक्रम संवत 2080 अंग्रेजी कैलेंडर के साल 2023 से 57 साल आगे है.
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