Padma Award 2022: पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक है. यह उन शख्सियतों को दिया जाता है जिन्होंने समाज और देश की भलाई और तरक्की के लिए अच्छे और अहम काम किए हों. क्या आपको पता है कि एक बार पद्म पुरस्कार मिल जाने के बाद इसी श्रेणी के दूसरे अवॉर्ड भी दिए जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए चंद सालों का गैप ज़रूरी है. आइए आपको बताते हैं कि कितने साल का गैप जरूरी है. 


इन क्षेत्रों के लोगों को दिया जाता है पद्म पुरस्कार


पद्म पुरस्कार की शुरुआत साल 1954 में की गई थी. ये पुरस्कार प्रत्येक साल गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाते हैं. इनकी तीन श्रेणियां हैं - पद्म विभूषण जो कि असाधारण एवं विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है. पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है जबकि पद्म श्री प्रतिष्ठित सेवा के लिए दिया जाता है. इन पुरस्कारों को प्रदान करने का मुख्य उद्देश्य यही होता है कि किसी विशिष्ट कार्य को मान्यता मिल जाए और यह पुरस्कार कला , साहित्य और शिक्षा, खेल -कूद, चिक्तिसा समेत सभी क्षेत्रों के लिए दिया जाता है. जिसका हिस्सा खास से लेकर आम तक भी बन सकता है.


दोबारा कितने साल बाद मिल सकता है पद्म पुरस्कार? 


यह पुरस्कार 5 साल के गैप में ही दोबारा उस व्यक्ति को मिल सकता है. ऐसा तब होता है कि जब कोई शख्सियत पद्म पुरस्कार पाने के बाद भी अपने योगदान के लिए तत्पर है और उनका काम उत्कृष्ट है. उच्चतर श्रेणी का पद्म पुरस्कार किसी ऐसे व्यक्ति को प्रदान किया जा सकता है जिसके मामले में पूर्व पद्म पुरस्कार प्रदान किए जाने के समय से कम से कम पांच साल की अवधि बीत गई हो. ये पुरस्कार सामान्य तौर पर मरणोपरांत नहीं दिए जाते हैं लेकिन अत्याधिक पात्र मामलों में सरकार मरणोपरांत पुरस्कार प्रदान करने के बारे में सोच सकती है. 


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