600 Private Buses on Delhi Road: दिल्ली में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले और खतरे को देखते हुए दिल्ली में राज्य सरकार द्वारा कई तरह की कड़ी पांबिदियां लगा दी गई है. इन पांबदियों के कारण रोज अपने काम के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. पर अब दिल्ली सरकार ने आम यात्रियों को ध्यान में रखते हुए बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, दिल्ली सरकार आज सोमवार से पर्यावरण बस सर्विस अभियान को बढ़ाते हुए 600 प्राइवेट बसों को सड़कों पर उतारने का फैसला लिया है. इन 600 प्राइवेट बसों के संचालन से दिल्ली में रोज सफर करने वाले यात्रियों को काफी राहत होगी.


दिल्ली में लगा है येलो अलर्ट
दिल्ली में कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते खतरे और मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने राज्य में येलो अलर्ट जारी किया है. इस अलर्ट के अनुसार पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सिर्फ 50 फीसदी यात्री क्षमता के साथ ही चलाने की अनुमति है. इसके अलावा बसों या मेट्रो में यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है. इस कारण यात्रियों को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा था. यात्रियों को इस समस्या के कारण बस ढूंढना मुश्किल बना दिया था.


पर्यावरण बस सेवा की परमिट बढ़ाई गई
कोरोना को लेकर दिल्ली में लगी कड़ी पांबदियों के बीच एक अधिकारी ने बताया कि  पर्यावरण बस सेवा के तहत लगी ज्यादातर निजी बसों को दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) द्वारा निर्धारित मार्गों पर चलने के दौरान यात्रियों को लेने और छोड़ने के लिए विशेष परमिट प्रदान किया गया था. इन बसों के परमिट समाप्त हो गए थे, लेकिन कोविड पाबंदियों के बीच इन बसों को अब 31 जनवरी तक फिर से लगाया गया है और विशेष परमिट दी गई है. रविवार सुबह तक 600 से अधिक बसों ने ड्यूटी पर जाने की सूचना दी गई थी और आने वाले दिनों में और बसों के शामिल होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि डीटीसी और क्लस्टर योजना की बसें भी मांग को पूरा करने के लिए पूरी क्षमता से संचालित की जा रही हैं.


परिवहन मंत्री ने शुक्रवार को किया था एलान
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को ट्वीट किया था कि प्रतिबंधों के कारण जनता को हो रही मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने पर्यावरण बस सेवा के तहत चलने वाली निजी बसों की अवधि 31 जनवरी 2022 तक बढ़ाने का फैसला किया है. इससे दिल्ली में बस यात्रियों को राहत देने में मदद मिलेगी.
फिलहाल दिल्ली में कोरोना प्रतिबंधों के कारण बसों में 50 फीसदी ही यात्री सफर कर सकते हैं. आमूमन दिल्ली में एसी बसों में 35 यात्रियों तक बैठ सकते हैं, लेकिन एक बस मार्शल के अलावा, एक समय में अभी केवल 17 ही जा सकते हैं. वहीं गैर-एसी बसो में में 41 यात्री बैठ सकते हैं लेकिन कोविड पांबदियों के कारण अभी 19-20 यात्री ही यात्री कर सकते हैं.


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