Delhi NCR Weather News: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है. वहीं अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. इस बीच सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आद्र्रता 78 फीसदी दर्ज की गई. आईएमडी के अनुसार, अगले चार दिनों में आसमान साफ रहेगा और बाकी दो दिनों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे.


संतोषजनक और मध्यम वायु गुणवत्ता होने के बाद, दिल्ली का एक्यूआई 'खराब' श्रेणी में आ गया है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार, राजधानी में पीएम 2.5 और पीएम 10 प्रदूषकों का स्तर 108 (खराब) और 229 (मध्यम) है, जबकि शहर का समग्र एक्यूआई 259 है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाली दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार, दिल्ली-एनसीटी में हवा की गुणवत्ता 28 अक्टूबर को खराब श्रेणी में रहने की संभावना है.


"दिल्ली-एनसीटी में हवा की गुणवत्ता धीरे-धीरे बिगड़ने और 28 अक्टूबर को खराब श्रेणी और 30 अक्टूबर को बहुत खराब श्रेणी में रहने की संभावना है. बाद के 5 दिनों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी और पीएम 2.5 में रहने की संभावना है." बुधवार को पंजाब (279), हरियाणा (93) और उत्तर प्रदेश (58) में पराली जलाने के संकेत मिले हैं.


राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को को सुबह मौसम सर्द रहने के साथ ही न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम, 14.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिन में आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान के 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के अनुसार, हिमालय से आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण आने वाले दिनों में सुबह और रात के समय तापमान के और कम होने का अनुमान है. 


केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 264 रहा. एक्यूआई बुधवार को 232, मंगलवार को 139, सोमवार को 82 और रविवार को 160 दर्ज किया गया था. एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.


‘सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च’ (सफर) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता आने वाले दिनों में और खराब हो सकती है. उत्तर भारत में पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली में पीएम2.5 प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है. पराली जलने से निकले धुएं के कारण बुधवार को प्रदूषण के स्तर में 16 फीसदी बढ़ोतरी हुई थी.