Opposition Meeting Bengaluru: फिर कुमार विश्वास के निशाने पर सीएम केजरीवाल, विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने पर कही ये बड़ी बात
विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने पर कुमार विश्वास ने सीएम केजरीवाल पर निशाना साधा है. उन्होंने एक कविता का माध्यम से लिखा- तुम निकले थे लेने स्वराज, सूरज की सुर्ख़ गवाही में..
Delhi News: सीएम अरविंद केजरीवाल सोमवार को विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुए. जिसको लेकर अब केजरीवाल कवि कुमार विश्वास के निशाने पर आ गए है. कुमार विश्वास ने एक कविता के माध्यम से केजरीवाल पर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- तुम निकले थे लेने स्वराज, सूरज की सुर्ख़ गवाही में, पर आज स्वयं टिमाटिमा रहे, जुगनू की नौकरशाही में, सब साथ लड़े, सब उत्सुक थे, तुमको आसन तक लाने में, कुछ सफल हुए निर्वीय तुम्हें, यह राजनीति समझाने में, इन आत्मप्रवंचित बौनों का, दरबार बना कर क्या पाया? जो शिलालेख बनता उसको, अख़बार बना कर क्या पाया?
‘केजरीवाल को बताया ऐतिहासिक भूल’
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भी कुमार विश्वास ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान केजरीवाल पर बड़ा निशाना साधा था. उनसे जब केजरीवाल को उनका विचार पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि मैं उन्हें एक ऐतिहासिक भूल मानता हूं. वहीं कुमार विश्वास ने पीएम मोदी को एक 'संकल्प' और राहुल गांधी को 'भोला प्रयास' बताया था. पहले खुलकर समर्थन करने वाले कुमार विश्वास अब विभिन्न मौकों पर केजरीवाल का विरोध करते हुए नजर आते है. उनके विरोध का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते है कि देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी वो केजरीवाल को पीएम का चेहरा नहीं मानते और उन्हें भारतीय राजनीति की एक ऐतिहासिक भूल बताते है.
तुम निकले थे लेने स्वराज,
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) July 17, 2023 [/tw]
सूरज की सुर्ख़ गवाही में,
पर आज स्वयं टिमाटिमा रहे,
जुगनू की नौकरशाही में,
सब साथ लड़े,सब उत्सुक थे,
तुमको आसन तक लाने में,
कुछ सफल हुए निर्वीय तुम्हें
यह राजनीति समझाने में.
इन आत्मप्रवंचित बौनों का,
दरबार बना कर क्या पाया ?
जो शिलालेख बनता उसको,… https://t.co/rAoKs902kh
लोकसभा चुनाव लड़ने पर क्या बोले थे कुमार विश्वास
वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या वो लोकसभा 2024 का चुनाव लड़ने वाले है. इसपर कुमार विश्वास ने कहा था कि मैं कुछ कह नहीं सकता, लोगों को नहीं पता होता कि उन्हें क्या-क्या करना पड़ेगा, जिंदगी उन्हें किस दिशा में लेकर जाएगी. किस दिशा में किसको जाना पड़ेगा, ये किसी को नहीं पता होता. वो ये बात उनपर भी लागू होती है. इसलिए उन्होंने कहा था कि मैं झूठ नहीं बोलूंगा कुछ भी हो सकता है.