Lancet Study Alcohol: यूथ के लिए शराब लेना डेंजरस, बुजुर्ग थोड़ी-थोड़ी ले सकते हैं, पढ़ें, क्या कहता है नया शोध?
Lancet Study India: शोध बताता है कि 15 से 39 उम्र के युवा वयस्कों के लिए, शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. हालांकि बुजुर्ग थोड़ी-थोड़ी मात्रा में शराब ले सकते हैं.
Lancet Study Alcohol: क्या आप शराब पीते हैं और अगर पीते हैं तो मन में ये सवाल आता है कि हम कम उम्र में शराब पी सकते हैं या नहीं? और अगर पी सकते हैं तो किस उम्र में कितनी शराब लेनी चाहिए. इन सभी बातों को विस्तार से बताया गया है द लैंसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक नए शोध में. इस शोध में शराब से जुड़ी भ्रांतियों के बारे में विस्तार से बताया गया है.
शोध में 204 देशों में शराब लेने वालों का विश्लेषण
हाल ही में उम्र के हिसाब से अल्कोहल लेने पर एक रिसर्च की गई है. इस रिसर्च में विश्लेषण किया गया है कि किस उम्र में कितनी शराब लेना सही है और कितनी शराब लेना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. द लेंसेट में प्रकाशित शोध के मुताबिक वृद्ध वयस्कों की तुलना में युवाओं का शराब लेना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा पैदा करता है. ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज का शोध भौगोलिक क्षेत्र उम्र और जेंडर के आधार पर शराब के खतरे को रिपोर्ट करने वाला पहला रिसर्च है. इस शोध में रिसर्चर्स ने 204 देशों में शराब लेने वालों का विश्लेषण किया है. शोध में पाया गया है कि 2020 में लगभग 1.34 बिलियन लोगों (1.03 बिलियन पुरुष और 0.312 बिलियन महिलाएं) ने शराब का सेवन किया.
Delhi News: दिल्ली के कारोबारियों को बड़ा झटका, MCD ने बढ़ाई सामान के भंडारण की फीस
15-39 उम्र के युवाओं ता शराब पीना हानिकारक
यह शोध बताता है कि 15 से 39 उम्र के युवा वयस्कों के लिए, शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. शोध के अनुसार, 2020 में हानिकारक मात्रा में शराब का सेवन करने वाले लोंगो में, 59. 1 फीसदी 15 से 30 उम्र के थे, इसमें भी 76. 7 फीसदी पुरुष थे. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 15 से 39 उम्र के लोगों में 1.85 प्रतिशत महिलाओं और 25.7 प्रतिशत पुरुषों ने 2020 में असुरक्षित मात्रा में शराब का सेवन किया. यह 40 से 64 आयु वर्ग में 1.79 प्रतिशत महिलाओं और 23 प्रतिशत पुरुषों से कम था, जिन्होंने असुरक्षित मात्रा में शराब का सेवन किया.
लोगों स्वास्थ्य के बारे में सोचें- प्रोफेसर
स्वास्थ्य मेट्रिक्स विज्ञान के प्रोफेसर और वरिष्ठ लेखक डॉ इमैनुएला गाकिडौ इस बारे में कहते हैं, "हमारा संदेश सरल है: युवा लोगों को शराब नहीं पीना चाहिए, लेकिन वृद्ध लोगों को कम मात्रा में पीने से फायदा हो सकता है. हालांकि यह सोचना यथार्थवादी नहीं हो सकता है कि युवा वयस्क शराब पीने से परहेज करेंगे, हमें लगता है कि नए साक्ष्यों को फैलाना जरुरी है ताकि हर कोई अपने स्वास्थ्य के बारे में सोचे." उन्होंने आगे कहा, हालांकि शराब के सेवन से जुड़े जोखिम पुरुषों और महिलाओं के लिए समान हैं, लेकिन युवा पुरुष हानिकारक शराब की खपत के उच्चतम स्तर वाले समूह के रूप में बाहर खड़े थे. ऐसा इसलिए है क्योंकि महिलाओं की तुलना में पुरुषों का एक बड़ा हिस्सा शराब का सेवन करता है और उनकी खपत का औसत स्तर भी काफी अधिक है.