Delhi: 'दिल्ली में 1 दिसंबर से अफसर करें ये काम वरना...', LG विनय सक्सेना का ऐलान
Delhi Drugs News: दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना ने एफएसएल को निर्देश दिए कि ड्रग्स से संबंधित 290 मामलों की जांच एक महीने के भीतर पूरा करें. अफसर ड्रग्स के खिलाफ अभियान को हल्के में न लें.
Delhi Drugs News Today: नशीली दवाओं के दुरुपयोग के लगातार बढ़ते खतरे से निपटने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने नशा विरोधी अभियान चलाने की घोषणा की है. नशा उन्मूलन अभियान एक महीने तक चलेगा. एक दिसंबर 2024 को इसकी शुरुआत होगी. एलजी सभी संबंधित एजेंसियों से इस अभियान को प्रभावी बनाने का आदेश दिया है.
एलजी का यह फैसला दिल्ली को अगले तीन वर्षों के भीतर नशामुक्त बनाने की एक बड़ी योजना का हिस्सा है, जो देश को नशामुक्त बनाने के निर्धारित लक्ष्य से काफी आगे है. एलजी विनय सक्सेना ने राज्य स्तरीय समिति नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर की 9वीं समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि दिल्ली को नशामुक्त बनाना हमारा संकल्प है.
उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं का उपयोग एक साजिश के तहत भारत के युवाओं और देश को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने दिल्ली पुलिस को अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर मादक पदार्थों की तस्करी और खपत पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के अपने प्रयासों को तेज करने का निर्देश दिया.
तय किए ये लक्ष्य
उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस और दूसरी सभी संबंधित एजेंसियों को इस एक महीने के अभियान के दौरान लगभग 200 होस्टलों, 50 कॉलेज, 200 स्कूल 200 दवाओं की दुकानें पान की दुकान, सभी शेल्टर होम्स, 200 बार और रेस्तरां, सभी रेलवे स्टेशन सभी आईएसबीटी और दूसरे सार्वजनिक स्थलों की गहनता से जांच करने और उन्हें साफ-सुथरा रखने का भी निर्देश दिया.
होस्टल्स के लिए वार्डन होंगे जवाबदेह
इसके अलावा, दिल्ली के सभी यूनिवर्सिटी कैंपस में पढ़ने वाले बच्चों को नशामुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे. शैक्षणिक संस्थानों में होस्टल्स को नशामुक्त करने के लिए वार्डन को जवाबदेह बनाया जाएगा. उन्होंने समाज कल्याण विभाग को भी इसमें शामिल कर शिक्षकों और अभिभावकों को एडवाइजरी भेजने के निर्देश दिए हैं.
समाज कल्याण विभाग के अफसर करेंगे ये काम
समाज कल्याण विभाग स्कूलों और अभिभावकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़कर उन्हें नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में शिक्षित करेगा और उन्हें अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए प्रोत्साहित करेगा. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि नशीली दवाओं और नशीले पदार्थों के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के खिलाफ पूरी दिल्ली में डीटीसी बसों में, ऑटो-रिक्शा और टैक्सियों पर नारे, पोस्टर और बैनर को प्रमुखता से लगाया जाए. दिल्ली को नशामुक्त बनाने के लिए टेलीविजन, रेडियो, सोशल मीडिया और आउटडोर विज्ञापन सहित विभिन्न चैनलों के माध्यम से व्यापक जन जागरूकता अभियान शुरू किए जाएंगे.
नशीली दवाओं के दुरुपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए शहर भर में और डीटीसी बसों और अन्य सार्वजनिक परिवहन में नारे, पोस्टर और बैनर प्रमुखता से प्रदर्शित किए जाएंगे.
एफएएसएल 30 दिन में निपटाए 290 मामले
फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) दिल्ली के निदेशक को लंबित मामलों के निपटारे में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि एफएसएल जिसके पास पिछले 9 से 12 महीनों से 1260 मामले लंबित थे. उपराज्यपाल के सक्रिय हस्तक्षेप से मामलों को घटाकर 290 तक लाने में सक्षम हुआ है. एलजी ने एफएसएल को निर्देश दिया कि शेष 290 मामलों में जांच पूरी की जाए.एक महीने के भीतर इनका निपटान कर शून्य लंबित मामले सुनिश्चित किए जाएं.