Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली देहात के गांवों के विकास के लिए डीडीए की महत्वाकांक्षी परियोजना दिल्ली ग्रामोदय अभियान की हाल ही में शुरुआत की थी. इस योजना के तहत गांवों और वहां रहने लोगों की आवश्यकता के अनुसार विकास कार्यों का खाका तैयार करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को दिल्ली के गांवों में रात बिताने का निर्देश दिया था. ताकि विकास का खाका ग्रामीणों के साथ संवाद से हासिल अनुभवों के आधार पर तैयार हो सके. इस योजना के मकसद को ध्यान में रखते हुए 11 जिलों के अधिकारियों ने गांवों में रात बिता कर ग्रामीणों से बात की थी और वहां के लिए जरूरी विकास कार्यों को समझने की कोशिश की थी. अब इस कवायद को जारी रखते हुए वरिष्ठ नोडल अधिकारी, डीएम, डीडीए, एमसीडी, डीजेबी और पीडब्ल्यूडी आदि जैसे संबंधित एजेंसियों के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को शनिवार और रविवार को सभी 11 जिलों के चिह्नित गांवों में बिताने का एलजी ने आदेश दिया.
पिछली बार गांवों में अधिकारियों के रात बिताने के दौरान ग्रामीणों से मिले अनुभव ने दिल्ली ग्रामोदय अभियान के तहत किए जाने वाले विशिष्ट कार्यक्रमों का खाका तैयार करने में अधिकारियों की काफी मदद की थी, जिससे उत्साहित होकर उपराज्यपाल के निर्देशानुसार अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच यह दूसरा संवाद होगा. इसका उद्देश्य डीडीए की 800 करोड़ से ज्यादा की लागत वाली दिल्ली ग्रामोदय अभियान के तहत ग्रामीणों के परामर्श से दिल्ली के गांवों के लिए विकास योजना तैयार करना है.
रात में सवांद के बाद अफसर करेंगे ये काम
दिल्ली वेस्ट जिले के नीलवाल, उत्तर-पश्चिमी जिले के मदनपुर डबास, दक्षिणी-पश्चिमी के छावला, दक्षिणी के भाटी, दक्षिण-पूर्वी के आली, पूर्वी के दल्लूपुरा, शाहदरा के सबोली, उत्तर-पूर्वी के बदरपुर खादर, सेंट्रल के बुराडी, नई दिल्ली के रंगपुरी और उत्तरी जिले के मंगेशपुर गांवों में आज इसकी शुरुआत के पहले दिन के समय सभी डीएम सुबह 11 बजे तीन घंटे तक चयनित गांव और उसके आस पास के गांवों के लोगों से संवाद करेंगे. अपराह्न तीन से शाम छह बजे तक वे विभिन्न संबंधित विभागों, जिनमें डीडीए, राजस्व, डीजेबी और एमसीडी आदि शामिल हैं, से सभी संबंधित अधिकारियों के साथ पिछले संवाद के दौरान चिह्नित गए कार्यों के अनुसार निरीक्षण के लिए महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा करेंगे.
अधिकारी करेंगे ग्रामीणों से चर्चा
इसके बाद शाम छह से सात बजे तक सभी ग्रामीणों के साथ नाइट फायर पर एक चर्चा आयोजित की जाएगी. इस दौरान ग्रामीण अपनी शिकायतें एवं सुझाव अधिकारियों के साथ साझा कर सकेंगे. शनिवार और रविवार के बीच की मध्यरात्रि के विश्राम के बाद डीएम चिह्नित गांव के विभिन्न स्थानों पर विकास के लिए अस्थायी रोडमैप साझा करने के लिए सुबह 7 बजे बजे से 11 बजे के बीच संवाद का दूसरा दौर शुरू करेंगे.
एलजी ने की थी इसकी शुरुआत
बता दें कि शासन में भागीदारी विशेष रूप दिल्ली के गांवों के विकास कार्यों को तैयार करने और उन्हें क्रियान्वित करने के लिए की गई पहल के तहत उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दो जनवरी को राजनिवास में संवाद का आयोजन कर 180 गांवों का प्रतिनिधित्व करने वाले 500 से अधिक ग्रामीणों के साथ बातचीत की थी. उसके बाद उन्होंने अधिकारियों को गांव में रात बिता कर संवाद के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याओं और जरूरतों के बारे में जानने का निर्देश दिया था.