Delhi LG Vinai Saxena attack on Manish Sisodia: दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinai Saxena) ने मंगलवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish sisodia) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. एलजी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अवैध तरीके से निर्मित धार्मिक (illegal religious construction) ढांचों जैसे मंदिरों, मजारों और गुरुद्वारों को विध्वंस होने से बचा रहे हैं. दिल्ली (Delhi) के एलजी वीके सक्सेना के इस बयान को दो दिन पहले डिप्टी सीएम सिसोदिया की ओर से एलजी के खिलाफ  जारी बयान का जवाब माना जा रहा है. अपने बयान में एलजी ने कहा कि मनीष सिसोदिया देश की राजधानी में अनधिकृत धार्मिक संरचनाओं को विध्वंस होने से बचाने का ढोंग कर रहे हैं.


एलजी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अवैध धार्मिक ढांचों को ध्वस्त करने के बाद उसके डिजाइन में बदलाव को लेकर सिसोदिया का सुझाव गंभीर मुद्दों पर उनके दोहरे मापदंड का प्रतीक है. ये बात अलग है कि इस बार उन्होंने अपने इस रुख का परिचय गैर कानूनी ढांचों को लेकर दिया है. राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा कि सिसोदिया उन धार्मिक ढांचों का बचाने का प्रयास कर रहे हैं जिसे हटाने की अनुशंसा भी उन्हीं की सरकार ने की थी. इतना ही नहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनके इस प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए एलजी के पास भेजा था. 



सिसोदिया ने एलजी को दी थी ये ने सलाह


खास बात यह है कि सोमवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल विनय सक्सेना को नेक सलाह देते हुए कहा था कि विकास परियोजनाओं की राह में आड़े आने वाले मंदिरों और मजारों को ध्वस्त करने के बदले उनके डिजाइन में बदलाव कर विकास योजनाओं को गति देने का काम किया जा सकता है. इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को बनाए रखने में भी मदद मिलेगी. मनीष सिसोदिया ने कहा था कि 21वीं सदी में मॉडर्न आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग में सब कुछ संभव है. उन्होंने कहा कि हम भी विकास के पक्ष में हैं लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए लोगों की आस्था आहत न हो.


मनीष सिसोदिया ने ये भी कहा कि एलजी ने हाल ही में मुझ पर आरोप लगाया था कि मैं बहुत सारे मंदिरों, मजारों, गुरुद्वारों को तोड़ने की फाइलें दबाकर बैठा हूं. इन पर कोई निर्णय नहीं ले रहा हूं. इससे कई परियोजनां रुकी पड़ी हैं. मेरे पास कुल मिलाकर 19 फाइलें आईं हैं. ये फाइलें 67 मंदिर, 6 मजार और 1 गुरुद्वारा को तोड़ने से जुड़ी हैं. जिन विकास कार्यों के लिए इन धार्मिक इमारतों को तोड़ने के लिए चिह्नित किया गया है, उनमें केंद्र सरकार द्वारा आवास बनाने सहित कई फ्लाईओवर बनाने के प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.


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