Liquor Price Today: हर प्रदेश की शराब को लेकर अलग नीति है, जिसे आबकारी नीति के नाम से जाना जाता है. इसी के तहत शराब या फिर दूसरे अल्कोहल बेस्ड प्रॉडक्ट्स पर टैक्स तय किए जाते हैं. गुजरात (Gujrat) और बिहार (Bihar) जैसे कुछ प्रदेशों में लिकर पर बैन है तो दिल्ली (Delhi) में शराब काफी सस्ती है. ये सब इसी नीति के तहत तय किया जाता है. आज हम आपको अलग-अलग प्रदेशों में शराब कितनी सस्ती या महंगी है ये बताएंगे.


GST के दायरे में नहीं आती शराब
शराब के दाम पिछले कुछ वक्त में काफी बढ़े हैं. इसके पीछे राज्य सरकारों की तरफ से लगाए जाने वाले एक्साइज ड्यूटी, सेल्स टैक्स, लाइसेंस फीस जैसी चीजें असर डालती हैं. इसके अलावा राज्य सरकार शराब के उत्पादन और वितरण पर अलग से VAT भी वसूलती हैं. एक अनुमान के मुताबिक अगर एक उपभोक्ता शराब पर सौ रुपये खर्च करता है तो उनमें से 85 रुपये सिर्फ टैक्स के तौर पर खर्च होते हैं. किसी भी राज्य के लिए शराब की बिक्री हमेशा से ही एक बड़े राजस्व का जरिया रही है शायद यही कारण है कि इसे अभी तक GST के दायरे में नहीं लाया गया है.


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1 लीटर पर चुकाने होंगे 15 रुपए
दरअसल एक्साइज ड्यूटी शराब के सेवन में कमी लाने के मकसद से लगाई जाती है. इसे प्रति यूनिट के हिसाब से कैलकुलेट किया जाता है. माना अगर आप एक लीटर शराब खरीदते हैं तो आपको 15 रुपये एक्साइज ड्यूटी के तौर पर चुकाने होंगे. 2021 के बजट में वित्त मंत्री ने एग्रीकल्चर सेस लगाने का भी प्रस्ताव दिया था. हालांकि ऐसे सेस से शराब के दाम में ज्यादा असर नहीं दिखता है.


हर राज्य में अलग दाम
हर राज्य में शराब के अलग-अलग दाम होते हैं. जैसे गुजरात में काफी पहले से ही शराब की बिक्री और सेवन बैन है. लेकिन स्पेशल लाइसेंस के जरिए कुछ बाहरी लोग यहां शराब खरीद सकते हैं. दूसरी तरफ पुद्दुचेरी शराब के जरिए ही सबसे ज्यादा रेवेन्यू हासिल करता है. वहीं बिहार में भी शराब पर बैन लगाया गया है मतलब यहां शराब की बिक्री जीरो है और कमाई भी शून्य है. वहीं उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां शराब की बिक्री से सबसे ज्यादा एक्साइज ड्यूटी हासिल होती है. वहीं पंजाब ने इस बार ड्यूटी में कोई बदलाव नहीं किया है.


इसके अलावा दिल्ली में शराब की कीमतों में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि करने के लिए उत्पाद शुल्क बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है. बता दें कि गोवा में देश में सबसे कम शराब कर की दर है. ये कदम राज्य ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उठाया है.


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