GURUGRAM NEWS: शराब व्यापारियों को गुरुग्राम की नई आबकारी नीति खूब रास आ रही है. यही वजह है कि जो शराब व्यापारी दिल्ली आबकारी नीति की बेहतर सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए अपना कारोबार समेटकर दिल्ली जाने की फिराक में थे, अब उन्होंने अपना इरादा बदल दिया है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार की नई आबकारी नीति से उन्हें दिल्ली की तुलना में बेहतर मुनाफा मिलने की उम्मीद है.


व्यापारी दोबारा शुरू कर रहे शराब कारोबार


आबकारी अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 20 शराब मालिकों ने पिछले साल दिल्ली में शराब का कारोबार खोलने के लिए अपने शराब लाइसेंस सरेंडर कर दिये थे, लेकिन अब उन्होंने फिर से गुरुग्राम में दुकान खोलने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा 6 मई को घोषित नई नीति ने लाइसेंसधारियों के लिए मानदंडों में काफी ढील दी है. इन व्यापारियों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण दुकानों को 24 घंटे  चलाने की अनुमति देना है. व्यापारियों का कहना है कि चौबीसों घंटे दुकानों का संचालन उन्हें विभिन्न प्रकार के ग्राहकों के लिए खानपान और अनुकूलित मेनू बनाने में अत्यधिक लचीलापन देगा. उन्होंने कहा कि पूरी रात परिचालन एनसीआर और आसपास के जिलों सोनीपत, रोहतक, रेवाड़ी और झज्जर के ग्राहकों को भी आकर्षित करेगा.


दिल्ली-गुरुग्राम के बीच अब होगा बढ़िया मुकाबला


नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के ट्रस्टी राहुल सिंह ने कहा, गुरुग्राम की जनसंख्या दिल्ली की जनसंख्या का मात्र 10% है, लेकिन यहां लगभग शराब के 300 से अधिक लाइसेंस हैं, क्योंकि यहां एक बड़ी मात्रा में युवा कामकाजी आबादी निवास करती है. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की हालिया नीति में कम कर और  त्वरित लाइसेंसिंग प्रक्रियाओं  जैसे सुधारात्मक प्रावधान किए गए हैं. हमें उम्मीद है कि दिल्ली और गुरुग्राम के बीच शराब की बिक्री को लेकर बढ़िया कंप्टीशन देखने को मिलेगा. 
मालिकों ने कहा कि नई नीति लोगों को देर रात पार्टी करने के लिए प्रोत्साहित करेगी और गुरुग्राम को एक प्रगतिशीत स्थान बनाएगी.


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