Delhi Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को तीसरी बार दिल्ली की सभी सात सीटों पर क्लीन स्वीप करने से रोकने के लिए इंडी गठबंधन पूरी तैयारी में है. जिसके तहत आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिल कर दिल्ली में बीजेपी के विजय रथ को रोकने की कोशिश में लग गई है. इसके लिए AAP के चार तो कांग्रेस के 3 उम्मीदवार इस गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने जा रहे हैं. जिसमें पश्चिमी दिल्ली की लोकसभा सीट पर इंडी गठबंधन और AAP के प्रत्याशी महाबल मिश्रा बीजेपी के प्रत्याशी को चुनौती देने उतरेंगे. AAP में शामिल होने के बाद मिश्रा का यह पहला चुनाव है.


पूर्वांचलियों के कद्दावर नेता रह चुके महाबल मिश्रा
कभी कांग्रेस के दिग्गज रहे महाबल मिश्रा पूर्वांचलियों के कद्दावर नेता माने जाते हैं. इससे पहले वे कांग्रेस पार्टी की तरफ से सांसद रह चुके हैं. हालांकि, बीजेपी की लहर में पहले तो उन्होंने अपनी सांसदी गंवाई, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस से विधायक का चुनाव लड़ा लेकिन 2014 में AAP को मिले प्रचंड बहुमत ने उन्हें दिल्ली विधानसभा तक भी नहीं पहुंचने दिया और वे कुछ समय के लिए हाशिये पर चले गए. 


महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा ने थामा AAP का साथ
महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा के AAP मे शामिल होने और फिर उनके विधायक बनने के बाद कांग्रेस ने उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगा कर पार्टी से निष्कासित कर दिया, जिसके बाद महाबल मिश्रा ने भी AAP का दामन थाम लिया और अब वे पश्चिमी दिल्ली से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने जा रहे हैं.   


बिहार के रहने वाले महाबल, दिल्ली के पूर्वांचलियों के दिलों पर करते हैं राज
बिहार के मधुबनी के रहने वाले महाबल मिश्रा का राजनैतिक सफर काफी लंबा रहा है और उन्होंने 1997 में डाबड़ी वार्ड के पार्षद के तौर पर अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी. इसके बाद 1998 में वे नसीरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए. इसके बाद 2003 और 2008 में भी उन्होंने अपनी सीट पर जीत का सिलसिला जारी रखा. 2009 आते-आते महाबल मिश्रा पूर्वांचली नेता के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर चुके थे. 


शीला दीक्षित के करीबी माने जाते थे महाबल मिश्रा
महाबल मिश्रा को दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित का बेहद करीबी माना जाता था. इसका फायदा उन्हें मिला. पार्टी ने उन्हें 15वीं लोकसभा के लिए टिकट दिया और वे, बीजेपी के दिग्गज और 7 बार के विधायक जगदीश मुखी को 2009 में एक लाख 20 हजार से अधिक वोटों से हरा कर कांग्रेस के सांसद बने. साल 2022 में इन्होंने AAP का दामन थाम लिया और अब वे फिर से सांसद का चुनाव लड़ने जा रहे हैं.


आम लोगों के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं महाबल मिश्रा
महाबल मिश्रा की पूर्वांचल के लोगों में काफी गहरी पैठ मानी जाती है. लोगों का कहना है कि वे जमीन से जुड़े नेता हैं और वो एक मात्र ऐसे नेता हैं जो आम लोगों के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं. कद्दावर नेता और वीआईपी होने के बावजूद वे जरूरत पड़ने पर स्कूटी से भी लोगों के बीच पहुंच जाते हैं, यही वजह है कि वे पूर्वांचली मतदाताओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. 


अब देखना होगा को आखिरकार महाबल मिश्रा जिन्हें आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की इंडी गठबंधन के द्वारा पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र उतारा गया तो क्या वो अपने क्षेत्र से ये सीट खुद के नाम कर पायेंगे. 


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