Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में सीएम बनाम एलजी, बिजली-पानी सब्सिडी, सीएम आवास विवाद, दिल्ली आबकारी नीति, धन शोधन और अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग सहित कई मसलों को लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सियासी घमासान पहले से जारी है. एक दिन पहले लोकसभा में दिल्ली अध्यादेश विधेयक लोकसभा में पास होने के बाद यह चरम पर पहुंच गया. अब दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप ने नया आकार लेना शुरू कर दिया है. इस बीच इंडिया गठबंधन का अस्तित्व में आने के बाद लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर इंडिया टीवी सीएनएक्स के हालिया सर्वे रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया है.  


INDIA TV-CNX सर्वे रिपोर्ट सामने आरे के बाद से लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं. दिल्ली के प्रमुख सियासी दलों जैसे बीजेपी, आप और कांग्रेस के बीच अंदरखाते सियासी जोड़तोड़ के भी संकेत हैं. वर्तमान समीकरणों के मुताबिक अभी एक तरफ एनडीए और दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों का गठबंधन INDIA के बीच मुख्य मुकाबला होने की उम्मीद है. सर्वेक्षण के मुताबिक अगर कांग्रेस और आप नेताओं का दिल्ली में बीजेपी के खिलाफ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने की स्थिति में बीजेपी को नुकसान होने की आशंका है. हालंकि, दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग से संबंधित अध्यादेश विधेयक राज्यसभा में पास होने के बाद आप का रुख क्या होगा, यह अभी तय नहीं है, लेकिन INDIA TV-CNX सर्वें में जो तथ्य सामने उभरकर आये हैं वो बीजेपी के लिहाज से शुभ संकेत नहीं हैं. 


2 सीटों पर नुकसान का अनुमान 


सीएनएक्स के इसी सर्वे में ये बताया गया है कि देश के 543 लोकसभा सीटों में से 292 सीटों पर बीजेपी की जीत हासिल कर सकती है. इस सर्वे में सैंपल साइज 44,548 लोगों का था. सर्वे में 20,677 महिलाएं और में 23,871 पुरूष शामिल किया गया था. सीएनएक्स सर्वे के मुताबिक अगर आप और कांग्रेस का दिल्ली में लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने की स्थिति में INDIA गठबंधन को लाभ मिलने की उम्मीद है. ऐसा इसलिए कि दिल्ली की सात सीटों में से दो सीटों सीटें इस बार इंडिया गठबंधन के खाते में जाने की संभावना है. वर्तमान दिल्ली की सभी सातों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.


इस बार BJP की ये है रणनीति


सीएनएक्स सर्वे के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2024 में दिल्ली बीजेपी को 49 फीसदी, आप को 29 फीसदी और कांग्रेस को 19 फीसदी वोट मिलने की संभावना है. अन्य पार्टियों के खाते में 3 फीसदी वोट जाने की उम्मीद है. इस बार बीजेपी अपने दम पर 7 में से 5 सीटें जीतती दिखाई दे रही है. वहीं, आप और कांग्रेस के खाते में दो सीटें जाती दिखाई दे रही है. बता दें लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में लगातार सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. दो चुनावों में लगातार दिल्ली की सभी सीटों पर चुनाव जीतने वाली बीजेपी रणनीति इस बार भी सभी सीटों पर जीत का हैट्रिक बनाने की है. हालांकि, बीजेपी के लिए ऐसा कर पाना आसान नहीं होगा. ऐसा इसलिए कि साल 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव और एमसीडी चुनाव 2022 में आप को प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई. एमसीडी में तो 15 साल बाद आप ने  बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है. इस लिहाज से इंडिया गठबंधन की स्थिति पहले की तुलना में इस बार बेहतर है. 


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