Lok Sabha Elections: इंडिया अलाएंस की दिल्ली की सभी सात सीटों पर जीत तय, अरविंदर सिंह का बड़ा दावा
Lok Sabha Elections 2024: अरविंदर सिंह लवली ने आरोप लगाया है कि दिल्ली बीजेपी के किसी भी सांसद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के फंड का पूरी तरह से उपयोग नहीं किया.
Delhi Election 2024: लोकसभा 2024 के चुनावों की तारीखों के एलान के बाद सभी राजनैतिक दल चुनावी मोड़ में आ गए हैं। सियासी दलों के नेता अब एक-दूसरे के खिलाफ पहले से ज्यादा आक्रामक होकर बोलने लगे हैं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए उनके सांसदों द्वारा पिछले 10 वर्षों में किए गए विकास कार्यों का ब्यौरा मांगा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में बीजेपी के सभी सांसद जनता के बीच से गायब रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हालात ऐसे हैं कि बीजेपी को एक को छोड़कर अपने सभी उम्मीदवारों को बदलना पड़ा है. बीजेपी के किसी सांसद ने अपने क्षेत्र के फंड का पूरा उपयोग नहीं किया.
इन समस्याओं पर बीजेपी ने गौर नहीं किया
अरविंदर सिंह लवली ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के किसी भी सांसद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के फंड का पूर्णतः उपयोग भी नहीं किया. सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सुधार करने, वायु और जल प्रदूषण को खत्म करने, नए स्कूल, कॉलेज और अस्पताल बनाने, कूड़े के पहाड़ों को कम करने, टूटी सड़कों की मरम्मत जैसे जनता के हित के विषयों पर एक भी काम नहीं किया.
दिल्ली की जनता का बनाया मजाक
भारतीय जनता पार्टी ने लगातार अपने सांसदों को दोहराने की बजाय पिछले दो लोकसभा चुनावों में नए चेहरों को उतारकर दिल्ली की जनता का मजाक बनाया. दिल्लीवासी अब बीजेपी के धोखे को समझ चुके हैं. आने वाले लोकसभा चुनावों में वे बीजेपी उम्मीदवारों को पूरी तरह से नकार देंगे. इतना ही नहीं, दिल्ली की जनता इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को विजयी बनाएंगे.
सांसद निधि के पैसे भी खर्च नहीं किए
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कोरोना काल की याद दिलाते हुए कहा कि जब कोविड-19 महामारी के दौरान दवाओं, मेडिकल ऑक्सीजन, अस्पताल के बिस्तरों और एम्बुलेंस की कमी के कारण हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो रही थी, तब भी दिल्ली में बीजेपी सांसद बजाय लोगों के दुखों को कम करने के बदले चुप रहे। आज दिल्ली के लोग महंगाई, बेरोजगारी, टूटी सड़कों, कूड़े के ढेर और कई अन्य समस्याओं से परेशान हैं. यह चिंताजनक है कि बीजेपी सांसदों ने लोगों के कल्याण के लिए अपनी सांसद निधि से पिछले 10 वर्षों में कुछ भी खर्च नहीं किया.