Mahakumbh Stampede: आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हुई भगदड़ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और उसके प्रशासन को जिम्मेदार बताया है. ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह का कहना है कि महाकुंभ में वीआईपी मूवमेंट के चलते रास्ते बंद करने और बड़े स्तर पर बद-इंतजामी की वजह से यह भगदड़ हुई है. उन्होंने कहा कि कई अखाड़ों ने वहां की व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी सेना को देने का निवेदन किया था, लेकिन उसे नहीं माना गया.


संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से अनुरोध है कि सरकार महाकुंभ में वीआईपी मूवमेंट को बंद करें. वहां सभी एक आम आदमी की तरह जाएं और स्नान करके वापस आएं.


प्रेमानंद महाराज के बयान का किया जिक्र


संजय सिंह ने कहा, ''एक महिला अपने किसी परिजन को मुंह से ऑक्सीजन देकर उसे जिंदा रखने की कोशिश कर रही थी. कई सारे ऐसे वीडियो आए जिसमें इस भगदड़ से प्रभावित लोगों को स्ट्रेचर पर लेकर जाया जा रहा है. परम पूज्य महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज के अनुसार लगभग 20 से 25 अखाड़ों ने बार-बार निवेदन किया कि महाकुंभ में भीड़ बहुत बढ़ रही है. सरकार यहां की व्यवस्था देश की सेना के हवाले दे दे. मुझे लगता है कि इसमें कोई बुराई नहीं थी. भारतीय सेना ऐसे हर मौके पर आगे आकर व्यवस्था को बनाने में अपना सहयोग देती है, लेकिन अखाड़ों के इस निवेदन को नहीं माना गया.'' 


संजय सिंह ने कहा कि वहां वीआईपी व्यवस्था के कारण कई सारे रास्ते बंद किए गए. हालांकि हम इस पर कुछ बोलना नहीं चाह रहे थे. यह एक धार्मिक पर्व है. इसलिए हम चाहते हैं कि सभी लोग इसे खुशी-खुशी मनाएं. लेकिन वहां की बद-इंतजामी को लेकर पहले से कई वीडियो आ रहे थे. लोग कह रहे थे कि वीआईपी मूवमेंट के कारण रास्ते बंद रहते हैं. 


पुलिस के कदम पर उठाए सवाल


संजय सिंह ने कहा कि मैं उस भगदड़ में किसी तरह बचने वाले एक व्यक्ति का बयान सुन रहा था और वह कह रहे थे कि रात में 1 बजे पुलिस प्रशासन वहां पहुंचा और लोगों के साथ जबरदस्ती करने लगा कि चलो उठो और नहाओ. उन्होंने कहा कि रात में एक बजे कहां नहाने जाएंगे, यह कोई सही मुहूर्त नहीं है.


सीएम योगी पर निशाना


वहीं, ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह एक बहुत गंभीर मामला है. उत्तर प्रदेश की सरकार ने पहले तो सभी देशवासियों को महाकुंभ के लिए आमंत्रित किया. यूपी सरकार ने बताया कि उन्होंने बहुत अच्छी व्यवस्था की है. उसके बाद उस प्रदेश के मुख्यमंत्री, जिन्हें प्रशासन व्यवस्था देखनी चाहिए थी, वह उत्तर प्रदेश को छोड़कर दिल्ली में राजनीतिक रैलियां कर रहे हैं.


सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी की इस सरकार ने हर धार्मिक कार्यक्रम को एक राजनीतिक इवेंट बनाने का एक नया कार्यक्रम शुरू किया हुआ है. फिर चाहे वह अयोध्या में मंदिर का शिलान्यास हो, रामलला की मूर्ति की स्थापना हो या प्रयागराज में महाकुंभ हो. इसमें अरबपतियों और उद्योगपतियों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता है. बीजेपी की सरकार जिस तरह से वीआईपी का तुष्टीकरण और चाटुकारिता कर रही है, उसकी वजह से आम और गरीब श्रद्धालु, जो किसी तरह अपना पेट काटकर, किसी ने दफ्तर से चार दिन की छुट्टी ली है, वहां पहुंचा है, उनके साथ अन्याय हो रहा है.


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