Maharaja Agrasen College: दिल्ली विश्वविद्यालय के महाराजा अग्रसेन कॉलेज के शिक्षक 4 महीने से वेतन न मिलने के कारण प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच बहुत अजीब दृश्य सामने आया है. प्रदर्शन के दौरान अग्रसेन कॉलेज के शिक्षक जूता पॉलिश करते नजर आए. बता दें कि जूता पॉलिश करने वाले अधिकांश टीचर्स PHD स्कॉलर्स हैं.
जूता पॉलिश करने वाले अधिकांश टीचर्स PHD स्कॉलर्स
दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय से एफिलेटेड 12 कॉलेजों में से एक महाराजा अग्रसेन कॉलेज के शिक्षकों का प्रशासन पर आरोप है कि पिछले चार माह से उन्हें सैलरी नहीं मिली है. सैलरी की मांग करते हुए शिक्षकों ने 'जूता पॉलिश धरना' दिया है, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. तस्वीर में टीचर्स प्रदर्शन स्थल पर जूता पॉलिश करते नजर आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक जूता पॉलिश करने वाले अधिकांश टीचर्स PHD स्कॉलर्स हैं. इन शिक्षकों को कहना है कि बीते 3 सालों से उन्हें 4 महीने देर से ही वेतन मिल रहा है.इस बार भी उन्हें अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर की सैलरी अब तक नहीं मिली है. कॉलेज के शिक्षकों ने बताया कि इस संबंध में LG ऑफिस और सीएम हाउस पर भी शिकायत की है. लेकिन परिणाम शून्य रहा है.
दिल्ली सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
'जूता पॉलिश धरने' पर बैठे महाराजा अग्रसेन कॉलेज के शिक्षकों ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर भी हमला बोला है. शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा क्षेत्र में बखान करने वाली दिल्ली सरकार ने उन्हें भुखमरी की कगार पर ला दिया है.वेतन रोके जाने को लेकर शिक्षकों का आरोप है कि दिल्ली सरकार को बजट की समस्या से हो रही है जिसकी वजह से उन्हें नहीं समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है. प्रदर्शन स्थल पर विरोध कर रहे महाराजा अग्रसेन कॉलेज के शिक्षक हाथ में पोस्टर लिए हुए हैं, जिसमें कॉलेज प्रशासन के साथ-साथ दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात लिखी हुई है.
शिक्षकों को मिला छात्रों का साथ
वहीं छात्रों ने शिक्षकों का समर्थन किया है. अंग्रेजी ऑनर्स की छात्रा नम्रता शर्मा ने कहा, "टीचर्स हर दिन क्लास लेते हैं, उनके चेहरे से यह फील नहीं होता कि क्या चल रहा है. ये जो हो रहा है, वह बहुत दुखद है. अब तो सरकार को सुन लेना चाहिए. हम टीचर्स के सपोर्ट में हैं." इसके अलावा प्रगति चौधरी ने कहा, "ऐसा तीन सालों से हो रहा है, लेकिन आज तक हमारी कोई क्लास नहीं रोकी गई. ये जूते इसलिए पॉलिश कर रहे हैं कि इन्हे सैलरी चाहिए. हम इनके फेवर में हैं. कई बार प्रोटेस्ट की वजह से क्लास नहीं होती."
बता दें कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार शुरू से ही शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव और उन्नति के दावे करती आई है. ऐसे में कॉलेज के टीचर्स का वेतन रोके जाने पर दिल्ली सरकार पर उनका गुस्सा फूटा है.
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