Mahashivratri 2023 Puja: हिन्दू धर्म में देवों के देव महादेव का एक विशेष स्थान है और उनकी पूजा के लिए महाशिवरात्रि (Mahashivratri ) का दिन बहुत ही खास होता है. इसलिए इस दिन देशभर के शिवालयों में भगवान भोले (Bhole Nath) की पूजा और जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ सुबह से ही पहुंच रही है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला पश्चिमी दिल्ली के प्रसिद्ध शिव मंदिर (Shiv Temple) में. यहां सुबह साढ़े 4 बजे से ही भक्त भोले की पूजा के लिए पहुंचने लगे.


भोलेनाथ को ये चढ़ता है चढ़ावा


लोगों का मानना है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोले की पूजा और दर्शन करने से उनका भरपूर आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसलिए आज पूरे पारंपरिक तरीके से लोग भगवान नीलकंठ की पूजा कर उनका जलाभिषेक करते हैं और भांग-धतूरे और बेल-पत्र आदि चढ़ाते हैं. हर भक्त की ख्वाहिश भोलेनाथ को प्रसन्नता उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की है. 


शिवालय में सुबह से लगा भक्तों का तांता


मंदिर के पुजारी सुरेंद्र शास्त्री ने बताया कि ये मंदिर 50 साल से भी ज्यादा पुराना है. यहां मांगी गई लोगों की इक्षाएं भी हमेशा से पूरी होती आई हैं. इसलिए आम दिनों में भी यहां भक्तों का तांता लगा रहता है और आज तो सुबह साढ़े 4 बजे से ही लोग मंदिर में पहुंचने शुरू हो गए.


भजन-कीर्तन और रुद्राभिषेक भी होगा


उन्होंने बताया कि शनिवार शाम तक भोलेनाथ की पूजा चलेगी. उसके बाद शाम में भजन-कीर्तन और रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा. पूरे दिन विशेष पूजा चलेगी और श्रद्धालुओं के बीच दिनभर प्रसाद का वितरण भी चलता रहेगा.


पूजा से ये दोष हो जाते हैं दूर


इस पावन दिन को लेकर मंदिर के बुजुर्ग पुजारी ने बताया कि हिन्दू धर्म में भगवान भोले के प्रति विशेष आस्था होती है. आज के दिन लोग महादेव की प्रसन्नता और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा कर, भांग, धतूरे, बेल-पत्र और दूध आदि से इनका अभिषेक करते हैं. महादेव की पूजा कर लोग सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हैं. इनकी पूजा से काल सर्प दोष, ग्रह दोष और विष दोष आदि दूर हो जाते हैं. आज के दिन पूजा के अलावा, काफी संख्या में लोग व्रत रख कर भगवान भोलेनाथ की कथा आदि का भी पाठ करते हैं.


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