Delhi News: आईएनए स्थित राजधानी दिल्ली का सबसे पुराना और मशहूर दिल्ली हाट अब जल्द ही नए कलेवर में नजर आने वाला है. वैसे तो ये हमेशा से ही विदेशी सैलानियों और स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है, लेकिन अब यह पर्यटकों को और ज्यादा आकर्षित करेगा. यहां मिलने वाले हैंडिक्राफ्ट और हैंडलूम समेत विभिन्न प्रकार से स्वादिष्ट व्यंजनों की वजह से इसकी एक अलग पहचान है जिसे एक कदम और आगे बढ़ाते हुए अब इसका मेकओवर कर इसे नए कलेवर में लोगों के सामने प्रस्तुत करने की कवायद की जा रही है. इसके लिए तेजी से काम चल रहा है, जिसके जून तक पूरा हो जाने की संभावना जताई जा रही है.


1994 में बनने के बाद अब तक नहीं हुआ था मेकओवर
अभी तक इसका काम पूरा नहीं हुआ है, लेकिन अभी से ही दिल्ली हाट नए अंदाज में नजर आने लगा है. भारत के हैंडीक्राफ्ट और फ़ूड हब को दिल्ली टूरिजम G-20 के मद्देनजर नया लुक दिया जा रहा है. बता दें कि 1994 में आईएनए मार्केट के सामने बने दिल्ली हाट में अब तक किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया था लेकिन अब इसके मेकओवर की प्रक्रिया के तहत यहां के पत्थर बदल दिए गए हैं, सालों पुराने स्टॉल को नया ढांचा दिया जा रहा है, फूड कोर्ट का एरिया भी बदला गया है और ओपन स्टेज को नया लुक दिया गया है.


आईएनए का दिल्ली हाट है सबसे पुराना और मशहूर
दिल्ली टूरिजम के अधिकारियों का कहना हैं कि G-20 समिट को लेकर विभिन्न देशों के प्रतिनिधि दिल्ली पहुंच रहे हैं और चूंकि दिल्ली हाट विदेशी सैलानियों के लिए हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है, ऐसे में इसके मेकओवर का यह सही समय है. इसके मेकओवर के काम के जून महीने तक पूरा होने की उम्मीद है. गौरतलब है कि दिल्ली के तीन हाट- आईएनए, पीतमपुरा, जनकपुरी में से आईएनए वाला हाट सबसे पुराना और मशहूर है. दिल्ली टूरिजम के अधिकारी ने बताया कि यह दिल्ली के बीचों-बीच है और एंबेसी एरिया चाणक्यपुरी से पास स्थित है. ऐसे में यहां काफी संख्या में विदेशी सैलानी आते हैं.


दिल्ली हाट को दिया जा रहा गांव का लुक
 जी-20 समिट को लेकर दिल्ली में कई इवेंट होने हैं, जिनमें 20 सदस्य देशों के प्रतिनिधि समेत विभिन्न अतिथि देशों के प्रतिनिधि भी दिल्ली पहुंचेंगे, जिसे देखते हुए 6 एकड़ में फैले दिल्ली हाट के मेकओवर का काम तेजी से चल रहा है. दिल्ली हाट का एंट्री गेट अब नए डिजाइन के साथ लोगों का स्वागत करेगा. हाट को गांव का लुक देने के लिए यहां लाल ईंटों वाला फर्श, बांस के स्ट्रक्चर के स्टॉल लगाए जा रहे हैं.


हर दिन 12 हजार तक कि संख्या में सैलानी पहुंचते हैं दिल्ली हाट
अधिकारी बताते हैं कि स्टॉल अब लकड़ी के स्ट्रक्चर के बन रहे हैं. कई स्टॉल बदले जा चुके हैं. फर्श उबड़-खाबड़ हो चुका था तो अब यहां बड़े-बड़े स्लेट स्टोन लगा दिए गए हैं. यहां अलग-अलग सीजन/इवेंट के दौरान रोजाना 4 हजार से लेकर 12 हजार तक की भीड़ पहुंचती है जिसे देखते हुए एक अतिरिक्त वॉशरूम भी बना दिया गया है. पत्थर के जाली वाले नए साइन बोर्ड जगह-जगह लगाए गए हैं. डिसेबल फ्रेंडली रास्ता और भीड़ को मैनेज करने के लिए बीच में नया रास्ता भी निकाला गया है. दिल्ली हाट के फूड कोर्ट में 29 दुकानों में देश-भर का स्वाद परोसा जाता है.


अधिकारी बताते हैं कि फूड कोर्ट की दुकानें राज्य सरकारें चलाती हैं. दिल्ली हाट में 160 स्टॉल हैं जिनमें से 118 हैंडिक्राफ्ट और 42 हैंडलूम के लिए तय हैं. इन्हें डीसी हैंडलूम्स (डिवेलपमेंट कमिश्नर) चुनते हैं. वहीं, 29 फूड कोर्ट हैं, जो कि राज्य सरकार से अलॉट होते हैं. इनके अलावा 52 कॉमर्शिय स्टॉल भी हैं.


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